रायपुर। आमजन के साथ कई ऐसे सरकारी दफ्तर और एजेंसियां है जो बिजली बिल भुगतान को लेकर उदासीन है। इन सरकारी दफ्तर में बैठे अधिकारी बिजली बिल के भुगतान को लेकर गंभीर नहीं रहते। इसी के चलते लगभग सभी सरकारी विभागों में लाखों रुपये का बिल भुगतान लंबित रहता है।

ऐसा ही एक वाक्या राजधानी रायपुर में देखने को मिला। आबकारी विभाग द्वारा बिजली बिल भुगतान नहीं करने को लेकर बिजली विभाग के अमले ने कचना रोड स्थित अंग्रेजी शराब दुकान की बिजली काट दी। बिजली सप्लाई बंद होने से वहां के कर्मचारियों ने भी काम बंद कर दिया। कचना शंकर नगर की शराब दुकान में अक्टूबर माह का 27 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है। इसी तरह शहर की बाकी दुकानों में भी हजारों रुपये का बिजली बिल बकाया है। बिजली विभाग ने इसकी वसूली की तैयारी कर ली है।
बता दें कि दो दिन पहले मोवा स्थित अंग्रेजी शराब दुकान की भी बिजली काट दी गई थी। बिजली बिला जमा करने के बाद इसे पुनः जोड़ा गया। कचना रोड स्थित शराब दुकान में बिजली बंद होने के चलते फ्रिजर बंद रहा। जिसके चलते दुकान पहुंचने वाले बीयर के शौकीनों को वापस घर लौटना पड़ा।

इंटरनल आडिट में लाखों की वसूली

बिजली बिल में गड़बड़ी की आ रही शिकायत के बीच विभाग ने इंटरनल आडिट कराया। करीब सात करोड़ रुपये की गड़ब़डी के बीच 4.70 करोड़ रुपये वसूल किए गए। विद्युत नियामक आयोग ने सालाना आडिट में इन गड़बड़ियों को पकड़ते हुए कंपनी को रिकवरी करने के निर्देश दिए थे। बिजली कंपनी ने 5-6 वर्षों के दौरान बिजली बिलों में बड़े पैमाने पर की जा रही गड़बड़ी पकड़ी है। यह गड़बड़ियां सिर्फ बिजली बिल में नहीं बल्कि घरेलू मीटर से लेकर ट्रांसफार्मर तक हुई है।

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