पटना। रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर बिहार में छात्रों का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। इस बीच पटना के मशहूर शिक्षक खान सर और कुछ अन्य कोचिंग संस्थानों के खिलाफ ऑनलाइन कोचिंग क्लास चलाने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जीएस रिसर्च सेंटर के नाम से कोचिंग चलाने वाले खान सर पर छात्रों को विरोध करने और हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। खान सर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में लिखा है कि पुलिस को मिले बयानों और वीडियो क्लिप ने साबित कर दिया है कि आंदोलनकारी छात्रों के साथ-साथ कोचिंग संस्थानों के मालिकों ने पटना में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया।

एफआईआर पर खान सर ने कहा था कि जिस दिन वह रेलवे स्टेशन आएंगे, छात्र और ट्रेन में बैठे लोग उनके साथ विरोध करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि हम आंदोलन को भड़काने नहीं, बल्कि इसे उग्र होने से बचा रहे हैं।

राजनीति करने के सवाल पर खान सर ने कहा कि, ‘इसमें राजनीति की कोई बात नहीं है, हम सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि आरआरबी के खिलाफ हैं, अगर आरआरबी ने मांग मान ली तो आंदोलन खत्म हो जाएगा।’

गौरतलब है कि बिहार में पिछले कुछ दिनों से कई छात्र आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा और सीबीटी-2 परीक्षा ग्रेड-डी में गड़बड़ी का विरोध कर रहे हैं। पटना के राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल पर सोमवार को हजारों परीक्षार्थियों ने ट्रेनों को रोककर पांच घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शन किया।

इसके बाद बुधवार को जब पुलिस ने गुस्साए छात्रों पर लाठीचार्ज किया तो उन्होंने श्रमजीवी एक्सप्रेस की एक बोगी में आग लगा दी। ऐसे में खान सर के साथ ही कुछ अन्य कोचिंग संस्थानों और 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।