मुंबई। एक दिन पहले भारत सरकार ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को पद्म भूषण पुरस्कार देने का ऐलान किया। अगले ही दिन उन्हें जानकारी मिली कि मुंबई पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने पिचाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह मामला कॉपी राइट के उल्लंघन से जुड़ा है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सुंदर पिचाई, यूट्यूब के एमडी गौतम आनंद और चार अन्य गूगल अधिकारियों के खिलाफ कॉपीराइट की धारा 51, 63 और 69 के तहत मामला दर्ज किया है।

भारतीय फिल्म निर्माता और निर्देशक सुनील दर्शन ने कोर्ट में शिकायत की थी कि उनके द्वारा बनाई गई फिल्म को उनकी जानकारी के बिना यूट्यूब पर अपलोड कर दिया गया है। निर्देशक सुनील दर्शन ने बताया कि उन्होंने अपनी फिल्म ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ का कॉपीराइट किसी को नहीं दिया है।

बावजूद इसके कई लोगों ने इस फिल्म के गाने और वीडियो गूगल और यूट्यूब पर अपलोड किए। उन्होंने कहा कि जब फिल्म के ये गाने और वीडियो अपलोड किए जा रहे थे, तब यूट्यूब और गूगल ने भी इसे अपलोड करने की अनुमति दे दी थी। इससे लोगों ने करोड़ों रुपये कमाए और उन्हें (फिल्म निर्माता का) करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।

फिल्म निर्माता सुनील दर्शन का कहना है कि उन्होंने इस बारे में बार-बार गूगल से अनुरोध किया और उनसे इसे अपने मंच से हटाने का आग्रह किया, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। आखिरकार उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।