चंडीगढ़। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सरकार ने कहा है इस मामले में अब अगर लापरवाही की गई तो कार्रवाई की जाएगी। इसी तहत बड़ा फैसला लिया गया है।

केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार 15 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों को टीकाकरण किया जाना है। जिन बच्चों को काेविड वैक्सीन नहीं लगी है उन्हें स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

लापरवाही पर सख्ती दिखाते हुए गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर लिखा कि 15 से 18 साल तक के बच्चों और उनके अभिभावकों से आग्रह है वह जल्द से जल्द कोविड डोज़ लगवा लें, अन्यथा जब स्कूल खुलेंगे तो डोज़ ना लगवाने वाले बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

प्रदेश में कोरोना की बढ़ती स्थिति को देखते हुए राज्य भर में 26 जनवरी तक सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। शुक्रवार तक हरियाणा में 3 करोड़ 76 लाख 31188 वैक्सीन लगाई गई है, जिसमें से 2 करोड़ 18 लाख 80 हजार 724 को पहली डोज़ तथा 1 करोड़ 57 लाख 9328 को दूसरी डोज़ लगाई जा चुकी है। इसी प्रकार, 41136 प्रिकॉशन डोज़ लोगों को लगाई गई है।

छत्तीसगढ़ में 8.15 लाख बच्चों को लगा टीका
बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए छ्तीसगढ़ में टीकाकरण का काम बड़ी तेजा से किया जा रहा है। यहां बच्चे, पालक वैक्सीन लगवाने में सूचि दिखा रहे हैं। प्रदेश भर में अब तक आठ लाख 15 हजार से अधिक किशोरों को टीका लगाया जा चुका है। हरियाणा की तरह यहां ऐसा कोई आदेश अभी जारी नहीं हुआ है। बच्चों में कोरोना की स्थिति सामान्य है।

छत्तीसगढ में 16.39 लाख बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य
इस आयु वर्ग के छ्तीसगढ़ में कुल 16 लाख 39 हजार 811 किशोरों को टीका लगाया जाना है। केरल में अभी तक 39 प्रतिशत बच्चों का ही टीकाकरण हो पाया है, जबकि छत्तीसगढ़ में 50 प्रतिशत कवरेज के साथ उससे आगे निकल गया है। प्रदेश में सभी जिलों में बनाए गए टीकाकरण साइट्स में किशोर-किशोरी उत्साह से पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। वर्ष 2005, 2006 और 2007 में पैदा हुए किशोरों को इन केंद्रों में टीका लगाया जा रहा है।

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