जांजगीर-चांपा। लंबे समय से अपनी मागों पर अड़े भू-विस्थापितों ने रविवार को जमकर हंगामा मचाया। धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने नियमितीकरण के साथ पांच मांगों को लेकर मड़वा पावर प्लांट के प्रवेश द्वार को घेरे रखा।

प्रदर्शन के दौरान मांग को लेकर नारे लगाते हुए वे द्वार के सामने खड़ी गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पथराव और तोड़-फोड़ के बीच पुलिस ने आंदोलनकारियों पर पानी की बौछार कर नियंत्रित करने की कोशिस की।

मांग पूरा होते तक जारी रहेगा आंदोलन
प्रदर्शनकारियों के अनुसार वे भू-विस्थापित हैं व संविदा कर्मी हैं। हम नियमितीकरण सहित अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चार दिन 30 दिसंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि इस दौरान प्लांट प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच बैठक हुई, जिसमें समस्या का हल नहीं निकल सका। इसलिए आंदोलनकारियों ने मांग पूरा होते तक आंदोलन करने की बात कही।

दो संघों के बीच हुई थी मारपीट
बता दें कि मांगों को लेकर इससे पहले भी प्लांट प्रबंधन के खिलाफ भू-विस्थापित संघ ने वेतन बढ़ाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किए थे, वहीं ठेका मजदूर संघ भी वेतन बढ़ाने के लिए धरना दिए थे। इस बीच दोनों संघों के बीच मारपीट भी हुई थी। इस दौरान प्लांट के तीनो इकाई का प्रोडक्शन बंद था।

मांगों को लेकर पहले भी हुआ था प्रदर्शन
बताया गया कि उस समय कंपनी के प्रबंधन ने मजदूर संघ की एक मांग पूरा करने के बाद अन्य मांगों के लिए समय मांगा था। इसके बाद प्लांट प्रबंधन ने सभी भू-विस्थापित मजदूरों का वेतन 17 हजार से ऊपर कर दिया था। दूसरी ओर वेतन बढऩे की जानकारी ठेका कर्मी संघ को हुई तो उन्होंने भी हंगामा करना कर दिया था। इसी बात को लेकर दोनों मजदूर संघ के बीच हाथापाई हुई थी।

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