कवर्धा। पुलिस का घर वापसी अभियान लगातार सफल होता दिख रहा है। पिछले सप्ताह भी कुछ माओवादियों ने समर्पण किया था। आज फिर 13 लाख के इनामी नक्सली दंपति जीवन की मुख्य धारा से जुड़ने का निर्णय लिया।

छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत कबीरधाम जिले में 2 वर्ष पहले तक सक्रिय रहे आठ लाख और पांच लाख रूपए के इनामी नक्सली ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। बताया जा रहा है कि जिस नक्सली दंपति ने आत्मसमर्पण किया है, वह जिले में काफी समय तक सक्रिय नक्सली संगठन कान्हा भोरमदेव डिवीजन कमेटी अंतर्गत बोड़ला एरिया कमेटी के सक्रिय हार्डकोर इनामी नक्सली हैं।

एरिया कमेटी कमांडर डीवीसी के करण और एरिया कमेटी सदस्य अनीता जो सितंबर 2019 में एरिया कमेटी को छोड़कर अपने गांव काकेकोरम थाना गंगालुर जिला बीजापुर चले गए थे। दोनों शादी करके साथ रह रहे थे, जिनकी जानकारी मार्च 2020 और जून 2021 में आत्मा समर्पित किए नक्सलियों ने दिए हैं। इसके बाद पुलिस ने इन नक्सलियों से संपर्क कर शासन के पुनर्वास नीतियों की जानकारी दी।

नीतियों के तहत दोनों हार्डकोर इनामी नक्सली दंपति के माध्यम से शासन की पुनर्वास नीति में प्रवाहित होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़े। वे जीवन-यापन करने कबीरधाम पुलिस के सहयोग से पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। समर्पण करने पर दोनों नक्सलियों को दस-दस हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी त्वरित रूप से दी गई। नक्सली दंपति के समर्पण करने पर दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाले ने एसपी ऑफिस कवर्धा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को इसकी जानकारी दी।

बता दें कि माओवादी छत्तीसगढ़ में लगातार दबाव में हैं। पुलिस और अनेक फोर्सों का जंगल में अंदर तक लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। इस वजह से लगातार नक्सली कमजोर होते जा रहे हैं। उनमें खीझ पैदा हो रही है। इसलिए कई बार वे अपने ही साथियों की हत्या कर देने की घटना सामने आते रहती है। नक्सली संगठन टूटते जा रहे हैं। इसलिए पुलिस की घर वापसी अभियान को लगातार सफलता मिल रही है। नक्सली जीवन की मुख्यधारा से जुड़ने के प्रयास में हैं।