रायपुर। छत्तीसगढ़ में मनरेगा मजदूरों के मानदेय में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। प्रदेश में अब मनरेगा  (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम)  के तहत काम करने वाले श्रमिकों को 1 अप्रैल  से प्रतिदिन 204 रुपए की मजदूरी मिलेगी। मानदेय बढ़ने से मनरेगा श्रमिकों में हर्ष का माहौल है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्यवार प्रतिदिन मजदूरी की दर का राजपत्र में प्रकाशन कर दिया गया है। इसके तहत इनके मानदेय में 11 रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। इसके साथ ही इनकी मजदूरी बढ़ जाएगा। मनरेगा श्रमिकों के लिए यह बड़ी राहत की खबर है। एक अप्रैल से लागू होने वाली नई दरों के बाद प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों को नई दर भुगतान किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

मनरेगा के तहत काम करने वाले अकुशल हस्त कर्मकारों हेतु छत्तीसगढ़ के लिए 204 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी तय की गई है। यह नई दर 1 अप्रैल 2022 से प्रभावी होंगी। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 193 रूपए मजदूरी दर निर्धारित थी। आगामी वित्तीय वर्ष के लिए इसमें 11 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में मनरेगा के तहत गांवों में पूरे वर्षभर काम मिले ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है। अब तक मनरेगा श्रमिकों को 193 रुपए के हिसाब से भुगतान किया जा रहा था। अब मजदूरों को इसमें 11 रुपए बढ़कर मिलेंगे। इससे मनरेगा श्रमिकों में खुशी है साथ इससे बड़ी संख्या में बेरोजगारों के जुड़ने की संभावना भी बन गई है।