सीना डेस्क। रूस व यूक्रेन का युद्ध लगातार 14 वें दिन भी जारी है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा कि अब वे नाटो की सदस्यता नहीं लेंगे। इस दौरान उन्होंने रूसी समर्थक क्षेत्र डोनेट्स्क और लुगांस्क पर भी समझौता करने की बात कही है। इन दोनों क्षेत्रों का राष्ट्रम्पति पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने से पहले ही दोनों शहरों को स्वतंत्र घोषित कर दिया था।

बता दें रूस व यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध की वजह भी डोनेट्स्क और लुगांस्क को माना जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि युद्ध के हालात बदलेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान यह बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। वहीं जेलेंस्की के इस निर्णय को रूस को शांत करने के लिए लेने की बातें भी कही जा रही है।

बता दें कि रूस ने पहले भी कहा था कि वह नहीं चाहता कि पड़ोसी यूक्रेन नाटो में शामिल हो। रूस नाटो के विस्तार को एक खतरे के रूप में देखता है। रूस का मनना है यूक्रेन यदि नाटो में शामिल होता है तो उसके देश को खतरा होगा। हाल के दिनों में नाटो ने पूर्व में काफी विस्तार किया है। इसकी कोशिश पूर्व सोवियत के देशों को इसमें शामिल करना है, लेकिन इसके बाद रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया।

इधर रूस ने नष्ट किए 61 अस्पताल

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन में रूसी सेना ने इमारतों और चिकित्सा उपकरणों को नुकसान पहुंचाया है। कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने यूक्रेन के 61 अस्पतालों को नष्ट कर दिया है। यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री विक्टर ल्याशको ने भी इसकी जानकारी साझा की है। इसके अलावा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कुछ देशों में उत्पादों और कच्चे माल के आयात और निर्यात पर रोक लगाने वाले एक आधिकारिक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा रूस ने नौ सितंबर तक विदेशी मुद्राओं की बिक्री पर रोक लगाई।