रायपुर। चर्चित फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने फिल्म को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने फिल्म देखने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आधी अधूरी फिल्म है। इसमें कश्मीरी पंडितों का पलायन दिखाया गया है लेकिन समाधान का रास्ता नहीं बताया। कश्मीर से जब पंडितों का पलायन हो रहा था उस समय केन्द्र में भाजपा के समर्थन वाली सरकार ही थी।

बता दें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को मंत्रीमंडल के सदस्यों के साथ मैग्नेटो मॉल जाकर द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखी। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री अमरजीत भगत, डॉ. शिव कुमार डहरिया और डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम भी पहुंचे थे। साथ ही रायपुर व दुर्ग भिलाई से भी कांग्रेसी नेताओं ने उनके साथ यह फिल्म देखी। फिल्म देखने के बाद वे थिएटर के बाहर कुछ देर तक फिल्म को लेकर मीडिया से चर्चा की।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह वहां पर हुई आतंकवादी घटनाओं पर बनाई गई फिल्म है। एक परिवार पर घटी घटनाओं को लेकर आगे बढ़ती है। अंत में फिल्म का कहता है कि इसमें न केवल हिंदुओं की बल्कि वहां के बौद्धिस्टों, सिख और मुस्लिमों की भी हत्याएं हुई जो भारत के साथ थे। फिल्म में हिंसा की भरमार है और पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित दिख रही है।

भाजपा पर साधा निशाना

फिल्म देखने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार व उनका पलायन हो रहा था तब देश के प्रधानमंत्री वीपी सिंह थे। उस समय में इस सरकार को अटल बिहारी बाजपेयी व लाल कृष्ण आड़वानी की अगुवाई वाली भाजपा का समर्थन भी मिला हुआ था। उस समय कश्मीरी पंडितों को रोकने का प्रयास नहीं किया गया, बल्कि कश्मीरी पंडितों को जाने के लिए कहा गया।

सीएम ने कहा कि उस समय पर वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया, लेकिन सेना नहीं भेजी गई। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने उस समय सांसद का घेराव किया था तब जाकर सेना भेजी। सीएम बघेल फिल्म को टैक्स फ्री कराने की मांग पर कहा कि इसका कोई औचित्य ही नहीं है। फिल्म हिंसा के साथ आगे बढ़ती और आखिर तक कोई समाधान नहीं दिखाय गया है।