भिलाई। पावर हाउस फलमंडी से लगी सूर्य नगर बस्ती में दो दिन पहले लगी आग के बाद प्रभावित लोगों की मदद के लिए कई लोग आगे आए। मंगलवार को प्रभावित बस्ती में बांस बल्ली से अपना आसियाना बनाने वालों की मदद के लिए नन्हें हाथ भी बढ़े। कैंप-2 में रहने वाले तीन बच्चे अपने गुल्लक में जमा पैसे प्रभावितों की मदद के लिए देने पहुंचे।

इस आपदा प्रभावितों की मदद के लिए पहुंचे बच्चे कैंप 2 जैन परिवार के हैं।  मंगलवार को नीरज पाल भी मौके पर थे जब यह बच्चे अपने गुल्लक के पैसे प्रभावितों को देने पहुंचे। कैंप 2 लिंक रोड की रहने वाले तनय जैन, कृतिका जैन और रक्षा जैन अपने पिता  के साथ दोपहर को सूर्या नगर बस्ती पहुंचे। जहां उन्होंने महापौर नीरज पाल को अपना पिगी बैंक (गुल्लक) सौंपा और प्रभावित परिवार के बच्चों के लिए चाकलेट, बिस्किट पर खर्च करने का आग्रह किया है।

महापौर नीरज पाल बच्चों के इस हेल्पिंग नेचर से काफी प्रभावित हुए। इसके बाद महापौर ने बच्चों के गुल्लक के पैसो से सभी सूर्य नगर के प्रभावित बच्चों को चाकलेट बंटवाने का निर्देश दिया है। इस मौके पर महापौर नीरज पाल ने कहा कि इस अग्निकांड ने जिस तरह मासूम बच्चों के मन में मदद करने का जज्बा दिया वैसे ही शहर के सभी लोगों के में आए तो इनके उजड़ चुके आशियाने फिर से बन जाएंगे।

घरों को जलता देख विचलित हो गया था तनय

तनय जैन के पिता निर्मल जैन बताते हैं कि आगजनी की घटना के समय वे परिवार के साथ छत पर थे। घरों को जलता हुआ देख तनय इतना विचलित हुआ है कि उसने कहा कि, पापा आप कुछ मदद क्यों नहीं करते। इस दौरान हमने आग का हवाला दिया था आग बुझने के बाद ममद का आश्वासन दिया। तनय ने कहा था कि मेरा गुल्लक भरा हुआ है उसमें से सारे पैसे वहां के बच्चों के लिए दे देना।

उन्होंने बताया कि इसलिए आज वह अपनी बहनों के साथ गुल्लक के पैसे मदद के लिए देने पहुंच गया। बच्चों के पिता ने बताया कि तनय अपने गुल्लक में पैसे जमा करता है और गुल्लक भरने के बाद अपनी पसंद का कोई समान खरीदता है। लेकिन उसने आज अपने गुल्लक के पैसों का इस्तेमाल अग्निकांड में प्रभावितों के लिए किया।

केपीएस स्कूल में पढ़ते हैं तीनों बच्चे
निर्मल जैन ने बताया कि तनय और कृतिका जैन उनका बेटा बेटी है। रक्षा जैन बड़े भाई की बेटी है। तनय जैन कक्षा 5वीं के छात्र है। रक्षा जैन 12वीं की छात्रा है। कृतिका जैन कक्षा 9वीं की छात्रा हैं। तीनों केपीएस स्कूल नेहरू में पढ़ते हैं। पिगी बैंक भरा हुआ है। उसे अभी खोला नहीं है। बच्चों की इच्छानुसार राशि से प्रभावित परिवार के बच्चों के लिए चाकलेट खरीदा जाएगा। उन बच्चों की उपस्थिति में सभी को वितरण किया जाएगा।