सीआईएनए डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के 130 दिन पूरे हो चुके हैं। रूस ने फरवरी में यूक्रेन के खिलाफ मोर्चा खोला था। इस बीच रूस के रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि उनकी सेना ने यूक्रेन के आखिरी बड़े शहर लुहांस्क प्रांत के लिसिचांस्क पर भी कब्जा कर लिया है। उन्होंने रविवार को राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को सफल सैन्य अभियान की जानकारी दी। 

हालांकि, यूक्रेन की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लुहांस्क के गवर्नर ने शुक्रवार को कहा था कि रूस की सेना शहर पर हावी नहीं हो पाई है। युद्ध की शुरुआत में कहा जा रहा था कि यह जंग एक हफ्ते में खत्म हो जाएगी। मगर, चार महीने से भी ज्यादा समय से यह जंग चल रही है। बीते कई हफ्ते से रूस की सेना लिसिचांस्क पर तेज गोलाबारी कर रही थी। 

रूस ने पड़ोसी सिविएरोदोनेत्स्क क्षेत्र पर पहले ही कब्जा कर लिया था। पुतिन के सलाहकार ने शनिवार को ही उन्हें बताया था कि जल्द ही लिसिचांस्क पर कब्जा हो जाएगा। रविवार को उन्होंने कहा कि यूक्रेन के आखिरी गढ़ पर कब्जा करने के लिए रूस की सेना तेजी से हमले करते हुए आगे बढ़ रही है। 

रूस की ज्यादातर सेना लिसिचांस्क पर कब्जा करने के लिए निर्दयता से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार ने कहा कि रूस की सेना पहली बार इस नदी को पार कर पाई है। इससे चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। रूसी समर्थक अलगाववादी 2014 से ही पूर्वी प्रांत पर कब्जा जमाए हुए हैं। लुहांस्क और डोनेत्स्क को मॉस्को पहले ही स्वतंत्र घोषित कर चुका है।