तीरंदाज न्यूज। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। हमलावर तेत्सुया यामागामी ने शुरू में पूर्व जापानी पीएम पर हमला करने की योजना नहीं बनाई थी। वह एक धार्मिक संगठन के नेता पर हमला करना चाहता था।

हमलावर का दावा है कि धर्मगुरु ने उसकी मां को धोखा दिया है। मगर, पूर्व पीएम आबे ने देश में उस संगठन को बढ़ावा दिया था। यह देख उसने अबे को मारने की योजना बनाई। यह जानकारी समाचार एजेंसी क्योदो ने पुलिस सूत्रों के हवाले से दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, यामागामी ने पुलिस को बताया कि बताया कि वह अन्य जगहों पर भी गया था जहां अबे ने पहले भाषण दिया था। उसने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने किसी राजनीतिक मतभेद के चलते पूर्व पीएम की हत्या की थी।

आबे का पार्थिव शरीर टोक्यो लाया गया
शिंजो आबे का पार्थिव शरीर शनिवार को टोक्यो लाया गया। आबे पर नारा शहर में हमला किया गया और उसे एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया। हालांकि, भारी रक्तस्राव के कारण उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने हमलावर को मौके पर ही पकड़ लिया था और वह जापानी नौसेना में पहले सेवाएं दे चुका है।

पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त देशी बंदूक को बरामद किया और बाद में उसके अपार्टमेंट से कई बंदूकें बरामद की गईं। रविवार को होने वाले संसदीय चुनाव से पहले आबे की हत्या ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या आबे के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।