रायपुर। राजधानी में करीब एक हफ्ते के बाद तेज बारिश हुई। गर्मी और उसम से लोगों को राहत मिली। आज सुबह से तेज धूप के बाद दोपहर में आसमान में बादल छा गए और गरम चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम के बदले मिजाज से तापमान में हल्‍की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनअुसार प्रदेश में अब तक मानसूनी बारिश 92 फीसदी हो चुकी है। मानसूनी सीजन 30 सितंबर तक रहता है। ऐसे में बाकी 34 दिनों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने मानसून द्रोणिका के प्रभाव से रविवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना जताई थी। प्रदेश भर में अभी तक 1009.9 मिमी वर्षा हो चुकी है और इसमें सर्वाधिक वर्षा बीजापुर में हुई है। बतादें कि पिछले कुछ दिनों से वर्षा बंद है। इस कारण रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान बढ़ गया है और उमस से लोग बेहाल हैं।

यह बन रहा सिस्टम

लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका हिमालय के तराई में स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण पश्चिम बिहार और उसके आसपास 3.1 किमी तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से रविवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा हो सकती है।

कई जिलों में अभी कम बारिश

प्रदेश में शनिवार तक 890.6 मिमी की तुलना में 1011 मिमी पानी गिर चुका है। बीजापुर में सामान्य से 96 फीसदी ज्यादा पानी गिरा है, जो सामान्य से काफी ज्यादा है। वहीं 15 जिलों में सामान्य से ज्यादा, 6 जिलों में सामान्य व 5 जिलों में कम पानी गिरा है। उत्तर छत्तीसगढ़ के तीन जिलों मंे सामान्य से काफी कम पानी गिरा है। सरगुजा जिले में 49 फीसदी, जशपुर में 36 व कोरिया जिले में सामान्य से 28 फीसदी कम बारिश हुई है। इससे धान की फसल प्रभावित हुई है। किसानों के सामने सूखे का संकट है।