रायपुर।  राजधानी में आरएसएस प्रमुख सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत सहित 37 संगठनों के प्रमुख आने वाले हैं। संघ की अखिल भारतीय समन्वय समिति की बैठक रायपुर में 10 से 12 सितंबर को होने जा रही है। बताया गया कि प्रदेश में पहली बार ऐसी बैठक होने जा रही है। तीन दिनों तक चलने वाली समन्वय की बैठक में वनवासी कल्याण आश्रम, भाजपा, विश्व हिंदू परिषद व संघ से जुड़े तीन दर्जन अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है। बताया गया कि संघ की समन्वयक समिति की बैठक प्रतिवर्ष होती है। इसमें संघ के कार्यों की समीक्षा की जाती है।

ये होंगे शामिल

इसमें संघ के शीर्ष नेता संघ कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सभी 5 सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, श्री मुकुंदा, रामदत्त चक्रधर व अरूण कुमार भी पहुंचेंगे। इसके अलावा संघ के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर भी आएंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी आ रहे हैं। कई संगठनों के अध्यक्षों व महासचिवों को भी बुलाया जा रहा है।

अगरतला में भागवत बोले-हम धर्मांतरण में विश्वास नहीं करते
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि पूरी दुनिया में सनातन जीवनशैली का प्रचार किया जा सके, भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में विकसित होना है। हम धर्मांतरण में विश्वास नहीं करते हैं। हमारे विचार खुले हैं। राष्ट्र एक बार आक्रमणों से टूट गया था, हम एकता और देश प्रेम में विस्वास करते हैं। यह देश अभी भी एकता और सहानुभूति के दर्शन में विश्वास करता है। वे शनिवार को त्रिपुरा के गोमती जिले के अमरपुर में नवनिर्मित शांतिकाली मंदिर के उद्घाटन के अवसर संकल्प सभा को संबोधित कर रहे थे।