भिलाई। माइलस्टोन अकेडमी में गणेश चतुर्थी के पूर्व स्कूल में बच्चों के लिए एक रोचक प्रतियोगिता रखी गई। इस प्रतियोगिता की थीम थी मिट्‌टी के गणपति। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों ने न सिर्फ गणेश की प्रतिमा बना सीखा बल्कि अपने नन्हें हाथों से बहुत की सुंदर गणेश की प्रतिमा बनाई। स्कूर परिसर में आयोजित इस प्रतियोगिता नन्हें बच्चों के हाथों से प्रथम देव गणेश का अवतरण हुआ।

बता दें एजुकेशन के साथ विभिन्न तरह की एक्टिविटीज के लिए माइलस्टोन अकेडमी की अलग ही पहचान है। इसी कड़ी में गणेश चतुर्थी के पूर्व स्कूल में बच्चों के लिए प्रथम देव भगवान गणेश की प्रतिमा बनाने की प्रतियोगिता रखी गई। इस दौरान बच्चों ने अपने नन्हे हाथों से मिट्‌टी के गणेश की प्रतिमा बनाई। सभी बच्चों ने अपनी अपनी कल्पना के अनुसार गणेश की प्रतिमा बनाई और उसमें रंग भरे।

यह कार्यक्रम गणेश चतुर्थी के आगमन की में किया गया। सभी छात्रों ने बड़े ही उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में अपनी प्रतिभागिता दर्ज करवाई। बच्चों के नाजुक हाथों से प्रतिमाएं गणपति जी के साक्षात दर्शन करवा रही थी। इस दौरान बच्चों ने केवल मिट्‌टी का उपयोग किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह भी संदेश देना चाहते हैं कि मिट्‌टी की गणपति ही अपने घरों व सार्वजनिक स्थलों पर विराजित किया जाए।

इस कार्यक्रम के जरिए बच्चों को पर्यावरण के समीप लाने का भी प्रयास किया गया। बच्चों को बताया गया कि कैसे मिट्‌टी के गणपति बनाकर प्रदूषण को दूर किया जा सकता है। बच्चों को बताया गया कि कण-कण में प्रभु का वास है चाहे वह मिट्टी हो या हमारी आत्मा। यह कल्पना बच्चों द्वारा निर्मित सुंदर सजीली मूर्तियों को देखकर सजीव हो उठी। स्कूल की डायरेक्टर डॉ.ममता शुक्ला व प्राचार्या सरोज नाइक ने विद्यार्थियों की इस प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें ढेरों शुभकामनाएं दी।