BHILAI. भिलाई नगर निगम द्वारा बड़ा एक्शन लिया गया है। यहां निगम द्वारा वर्क में किसी तरह से प्रोग्रेस नहीं दिखने पर पांच बार नोटिस दिया गया, लेकिन लोगों को सुविधाओं से वंचित होने के कारण भिलाई निगम ने बड़ा कदम उठाया। निगम प्रशासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इतना ही नहीं एजेंसी आगामी दो साल तक निविदा में भाग भी नहीं ले पाएगा।

भिलाई निगम ने कार्य नहीं करने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। जोन-चार शिवाजी नगर की जोन आयुक्त पूजा पिल्ले ने कार्रवाई की है। काम में लापरवाही और ढिलाई बरतने वाले एजेंसी मेसर्स ज्ञानेश्वर वर्मा को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला वार्ड-33 का है, यहां PDS भवन के पास भवन का निर्माण काम होना था, लेकिन ठेकेदार को दी गई समयावधि में भी कार्य पूरा नहीं हुआ। वहीं एक सौ 20 दिन में कार्य पूरा हो जाना था। एजेंसी को 23 नवंबर 2021 में कार्यादेश दिया गया था और काम 23 मार्च 2022 को पूर्ण हो जाना था। एजेंसी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। कार्य समाप्ति की तिथि से एक वर्ष से अधिक वक्त बीत चुका है। निगम के अधिकारियों के द्वारा अंतिम चेतावनी के बाद जब काम का निरीक्षण किया गया तब भी स्थिति ज्यो का त्यो बना रहा। मौके पर निर्माण कार्य भी बंद था। एजेंसी को काम में प्रोग्रेस लाने पांच बार निगम ने नोटिस जारी किया। साथ ही दूरभाष से भी संपर्क कर जल्द कार्य पूर्ण करने कहा गया।

अधिकारियों की मानें तो मगर ठेकेदार कार्य को लेकर हमेशा टाल-मटोल की स्थित में रहा। जिसके चलते मिलने वाली सुविधाओं से लोगों को वंचित होना पड़ रहा है, जिसको देखते हुए आखिरकार भिलाई निगम ने एजेंसी के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए संविदा में दी गई नियम शर्तों के आधार पर अनुबंध को निरस्त करते हुए एजेंसी को ब्लैक लिस्ट में दर्ज करने की कार्रवाई की है। यही नहीं एजेंसी की जमा धरोहर राशि को भी राजसात कर दिया गया है। एजेंसी अब आने वाले दो साल तक निगम की निविदा में भाग नहीं ले पाएगी। गौरतलब है कि भिलाई निगम के कमिश्नर रोहित व्यास ने कार्यों में प्रोग्रेस लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।