PRAYAGRAJ. गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात पुलिसकर्मियों और मीडिया की मौजूदगी में हत्या करने वाले हमलावर मीडियाकर्मियों के भेष में आए, जिनमें से एक के पास आईडी और हाथ में माइक भी था. काल्विन अस्पताल में आरोपितों ने पुलिस के सामने बयान दिया कि माफिया अतीक का पाकिस्तान से संबंध था. उसने और उसके गैंग में शामिल सदस्यों ने तमाम निर्दोष लोगों का कत्ल किया था. अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था. उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला.

इसके पहले पत्रकारों ने अतीक अहमद से पुलिस हिरासत में पूछताछ के बारे में सवाल किया था. मीडिया से अतीक के कहे गए आखिरी शब्द ये बताए जा रहे हैं : मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम.. और बात पूरी होने से पहले ही सिर में गोली मार दी गई. मौके पर मौजूद एक पत्रकार के मुताबिक हमलावरों ने सरेंडर, सरेंडर चिल्लाकर अपने हथियार जमीन पर फेंक दिए. पुलिस ने उन्हें अफता-तफरी के बीच उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

अतीक की हत्या होते ही प्रयागराज और अन्य सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. देर रात उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई. साथ ही पुलिस के आला अधिकारियों ने हद दर्जे की सुरक्षा बरकार रखने के आदेश दिए हैं. अवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के भी निर्देश हैं. प्रयागराज में पीएसी और आरएएफ की टीमों को तैनात कर दिया गया है और घटनास्थल से शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है, जबकि दूसरा बेटा अली अलग-अलग मामलों में नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. तीसरे बेटे असद को गुरुवार को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया गया और शनिवार को प्रयागराज में दफनाया गया. चौथा बेटा अहजाम और सबसे छोटा बेटा अबन प्रयागराज के बाल सुधार गृह में रखा गया है. उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन आपराधिक मामलों में नाम आने के बाद से फरार है.