रायपुर। विधानसभा शीत सत्र में मंगलवार को हंगामें के बीच दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में 2108 करोड़, 62 लाख का बजट रखा। इसके साथ ही विधानसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इस दौरान कई मुद्दे पर खासकर पीएम आवास योजना पर खूब हंगामा हुआ। प्रश्नकाल में प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े सवाल के साथ खड़ा हुआ हंगामा दोपहर बाद तक चलता रहा। आवास के सवाल पर जवाब नहीं मिलने से खफा विपक्ष के विधायकों ने गर्भगृह में आकर नारेबाजी करने लगे। इस वजह से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित भाजपा के 11 विधायकों को निलंबित कर दिया। सभी को सभा कक्ष से बाहर जाने को कहा गया, लेकिन भाजपा के विधायक गर्भगृह में ही बैठ गए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी।

दोबारा कार्यवाही शुरू होने तक गर्भगृह में ही रहे
भाजपा के विधायक गर्भगृह में ही मौजूद रहे जब विधानसभा में सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते रहे, इसकी वजह से ध्यानाकर्षण पर बात नहीं हुई। उसके बाद विस अध्यक्ष के कहने पर मंत्रियों ने अनेक पत्रों और प्रतिवेदनों को पटल पर रखा।

नुपूरक बजट पर कल चर्चा
इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस साल के दूसरे अनुपूरक बजट को पेश कर दिया। इस पर बुधवार को चर्चा होनी है। अनुपूरक बजट पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

बाहर धरने पर बैठ गए भाजपा विधायक
इधर सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाने के बाद भाजपा के विधायक नारे लगाते हुए गर्भगृह से बाहर आ गए। उसके बाद वे नारे लगाते हुए विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास बैठ गये। इस दौरान भाजपा विधायकों ने सरकार पर गरीबों के लिए चल रही केंद्र सरकार की योजनाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा राज्य की सरकार केवल घोषणाएं ही कर रही है। वह गरीबों के लिए कुछ नहीं करना चाहती।

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