रायपुर। अमर शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणा की है। इस मौके पर सोनाखान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम बघेल ने राजधानी के जयस्तंभ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा लगाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सोनाखान को तहशील बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर वीर नारायण सिंह के दीन-दुखियों और गरीबों के लिए किये गए योगदान को याद करते हुए कहा है कि वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे। शहीद वीर नारायण सिंह सोनाखान के जमींदार थे। वे लोगों के सुख-दुख में सदैव भागीदार रहते थे। वर्ष 1854-55 जब अकाल पड़ा उस समय उन्होंने कसडोल के मालगुजार से अनाज उधार लेकर प्रजा में बांटा। उन्होंने मालगुजार से कहा कि अगले बरस फसल आने पर अनाज लौटा दिया जाएगा, लेकिन उनकी शिकायत की गई और अंग्रेजों ने उनकी खोजबीन शुरू कर दी। सोनाखान, सराईपाली और बसना में उनकी अंग्रेजों से मुठभेड़ हुई, जिसमें अंग्रेजों को वापस लौटना पड़ा। बाद में मुखबिर की सूचना पर उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर के जयस्तंभ चौक पर फांसी दे दी गई।
सीएम बघेल ने कि सोनाखान के वीर सपूत शहीद वीर नारायण सिंह को जिस जयस्तंभ चौक पर फांसी दी गई थाी उसके पास उनकी आमदकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी। शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा स्थापना के लिए जगह देख ली गई है। चौक के बगल में एक जगह हैं जहां पर प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इस स्थल से यातायात व्यवस्था किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होगी। इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही जयस्तंभ चौक पर प्रतिमा का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।