खैरागढ़। यहां नगर पालिका के चुनाव पर सब की नजर थी। यहां के शहरी सत्ता की जंग में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस ने बाजी मार ली है। लॉटरी से यहां का अध्यक्ष पद कांग्रेस को मिल गया है। वार्ड नंबर 2 पिपरिया से कांग्रेस के पार्षद शैलेन्द्र वर्मा को जीत मिली है।

बता दें कि प्रदेश के साथ पूरे देशभर में संगीत विश्वविद्यालय के नाम से खैरागढ़ ख्याति प्राप्त की है। जहां इस बार भी कांग्रेस का कब्जा हो गया है। विजयी हुए शैलेन्द्र वर्मा आने वाले पांच साल के लिए नगर पालिका का शासन चलाएंगे। शैलेन्द्र वर्मा ने भाजपा के वार्ड 19 से पार्षद चंद्रशेखर यादव की किस्मत लॉटरी से जीत ली है।

उपाध्यक्ष भी कांग्रेस से
अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भी कांग्रेस के ही वार्ड नंबर 18 से पार्षद अब्दुल रज्जाक खान ने कब्जा किया है। इस पद के लिए भाजपा से वार्ड 16 से पार्षद विनय देवांगन भी दावेदार थे। इसमें भी लॉटरी से निर्णय लिया गया। बता दें कि यहां से कांग्रेस के धर्मेंद्र यादव चुनाव प्रभारी थे। वहीं बड़े सहयोगी के रूप में कांग्रेस युवा विंग से निखिल द्विवेदी रहे, जो राज्य पर्यटन मंडल के सदस्य हैं।

खैरागढ़ पालिका में भाजपा के 10 और कांग्रेस के 10
बता दें कि दोनों दलों के पार्षद समान थे इसलिए यहां पेंच फंसते नजर आई थी, पर लॉटरी सिस्टम में निर्णय कांग्रेस के पक्ष में आया। बहुमत के लिए 11 पार्षदों की जरूरत थी, पर यहां दोनों ही दल कांग्रेस व भाजपा को बराबर-बराबर पार्षद व वोटों की स्थिति रही।

आतंक और भय का माहौल पैदा करने वालों को मिला जवाब
खैरागढ़ के चुनाव प्रभारी कांग्रेस के धर्मेंद्र यादव व राज्य पर्यटन मंडल के सदस्य और कांग्रेस युवा विंग से निखिल द्विवेदी ने कांग्रेस की जीत पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा की खैरागढ़ के चुनावी परिणामों ने बता दिया कि खैरागढ़ की जनता कांग्रेस के साथ है। आतंक और भय का माहौल पैदा करने वालों को खैरागढ़ में करारा जवाब मिला है। उन्होंने कहा कांग्रेस के खिलाफ लगातार गलत टिप्पणी और बयान बाजी कर प्रदेश में अराजकता, धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को करारा जवाब मिल गया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का काम सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीतिक रोटी सेकना है। भाईचारा को हटाकर लोगों के बीच नफरत पैदा करना गलत है। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार कभी ऐसी घटिया मानसिकता वालों को पनपने नहीं देंगे।

By admin