रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीन दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो रही है। साथ ही प्रदेश में संक्रमण दर भी कमी आई है। इससे राज्य सरकार ने राहत की सांस ली है। हालांकि सरकार ने तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ी तैयारी की है।

जिस तरीके से प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार कम हो रही है, उससे छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर का पीक गुजर गया लगता है। पिछले तीन दिनों से मरीजों की संख्या में बड़ी कमी बनी हुई है। वहीं संक्रमण दर भी काफी कमजाेर हो चुकी है। विशेषज्ञों का भी अनुमान था जनवरी महीने के आखिरी सप्ताह से फरवरी के पहले सप्ताह के बीच यह लहर पीक पर होगी।

छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है कि कई विशेषज्ञों और संस्थानों ने तीसरी लहर को लेकर पूर्वानुमान का मॉडल पेश किया था। इसमें से कुछ ने फरवरी में पीक आना बताया था। कुछ का कहना था कि तीसरी लहर का पीक जनवरी के अंतिम सप्ताह में आ जाएगा। पिछले कुछ दिनों से जिन मरीजों की संख्या और संक्रमण दर में गिरावट दिख रही है, उससे लग तो यही रहा है कि पीक गुजर चुका है, लेकिन अभी असावधान होने की कत्तई जरूरत नहीं है। पूरी सावधानी के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए महामारी को फैलने से रोकने में ही समझदारी है।

इधर स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को प्रदेश भर में 43 हजार 887 सैंपल इकट्‌ठा किए गए। इस बीच 3 हजार 783 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर 8.62% आंकी गई। यानी अभी प्रत्येक 100 लोगों की जांच में 8 से 9 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। दो दिन पहले यानी 28 जनवरी को तीन हजार 919 नए मरीज मिले थे। उस दिन संक्रमण दर 8.24% रही। 27 जनवरी को 4 हजार 645 नए मरीज मिले थे। वहीं संक्रमण दर 10.62% थी। 26 जनवरी को तीसरी लहर में सबसे ऊंची संक्रमण दर 15.81% दर्ज हुई। इससे पहले यह रोजाना मरीजों का आंकड़ा 5 हजार से अधिक ही रहा। 14 जनवरी को एक दिन में सबसे अधिक 6 हजार 153 मरीज सामने आए थे।

मौतों की स्थिति अभी भी चिंताजनक
शनिवार को भी प्रदेश भर के 15 मरीजों की मौत हुई है। इनमें से 8 को कोरोना के अलावा कोई दूसरी बीमारी नहीं थी। ऐसा पहली बार हुआ है जब मौत के आंकड़ों में ऐसे मरीजों की संख्या कोमॉर्बिडिटी से अधिक हो। मरने वालों में पांच दुर्ग, तीन-तीन राजनांदगांव और रायपुर के थे। धमतरी, बिलासपुर, कोण्डागांव और कांकेर के भी एक-एक मरीज की जान गई है। 26 दिसम्बर से अब तक 227 मरीजों की जान जा चुकी है।

मरीजों की संख्या भी घटने लगी
सामान्य मरीजों को सात दिन में डिस्चार्ज मिलने से ठीक होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। शनिवार को चार हजार 776 लोगों को छुट्‌टी दी गई। 28 जनवरी को पांच हजार 73 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया थ। अब प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 25 हजार 115 हाे गई है। मार्च 2020 से अब तक प्रदेश में 11 लाख 20 हजार 797 लोग महामारी की चपेट में आ चुके। इनमें से 10 लाख 81 हजार 858 लोग ठीक हो चुके। लेकिन 13 हजार 824 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।