रायपुर। स्थानीय के साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड के उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। मांग ऐसी कि 9 महीने में ही हर्बल्स उत्पादों की 4.34 करोड़ की बिक्री हुई है। उत्पादों की बिक्री और बढ़ाने के लिए आज प्रशिक्षण में बेहतर संचालन के टिप्स दिए गए।

छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसे प्रमुख ऑनलाईन व्यावसायिक प्लेटफॉर्म्स पर भी उत्पाद विक्रय के लिए उपलब्ध है। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ एवं अवनी आयुर्वेदा प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में छत्तीसगढ़ राज्य वन अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र रायपुर में हर्बल्स उत्पाद विक्रय केंद्र संजीवनी के सभी संचालनकर्ताओं को एक दिवसीय प्रशिक्षण देकर बिक्री व सही तरह से संचालन के तरीके बताए गए।

इसका मुख्य उद्देश्य संजीवनी में गत सत्र में हुई बिक्री में बढ़ोत्तरी के लिए प्रत्येक संचालनकर्ताओं के योगदान को प्रोत्साहित करना है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड के उत्पादों की मांग बढ़ रही है। अब छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय विभागों को हर्बल्स ब्रांड के उत्पादों की खरीदी करने पर 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य शासन के सभी विभागों, शासकीय उपक्रमों और नगर निगमों को इस छूट का लाभ मिलेगा। इस निर्णय से राज्य में छत्तीसगढ़ हर्बल के उत्पादों की बिक्री में और अधिक वृद्धि होगी। राज्य में वर्ष 2019-20 में एक करोड़ 25 लाख रुपए, वर्ष 2020-21 में 2 करोड़ 15 लाख, और वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीने में 4 करोड़ 34 लाख रुपए के मूल्य के उत्पादों की बिक्री राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में हो चुकी है। वर्ष 2022 में यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।

प्रशिक्षण में प्रदेश के 25 संजीवनी विक्रय केन्द्र जैसे कि बीजापुर, नारायणपुर, लोरमी, कोरबा, जशपुर, कोण्डागांव, डोंगरगढ़, राजिम, कानन पेण्डारी ज़ू आदि के संचालनकर्ताओं ने उपस्थिति दर्ज कराई। जहां सभी को कार्यशैली की गुणवत्ता बढ़ाने विक्रय तकनीक की जानकारी दी गई। वहीं डिजिटल इंडिया को मद्देनजर रखते हुए सॉफ्टवेयर द्वारा डिजिटलीकरण करने के बारे में बताया गया।

ये उत्पाद हैं जिनकी मांग अधिक
इसमें राज्य लघु वनोपज संघ मर्यादित की ओर से डॉ. रश्मि रात्रे ने छत्तीसगढ़ हर्बल के आयुर्वेदिक उत्पाद की जानकारी प्रदान की। उन्होंने इन उत्पादों द्वारा निवारण किए जाने वाले रोगों एवं लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. रात्रे ने मधुमेह नाशक चूर्ण, हरड़ चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, अविपत्तिकर चूर्ण, आर्गेनिक वन शहद, जामुन जूस, महुआ आर टी एस, पंचसम चूर्ण, कालमेघ चूर्ण आदि आयुर्वेदिक व खाद्य उत्पादों का विस्तृत विवरण तथा उपयोगिता के बारे में चर्चा की।