रायपुर। राज्य में स्कूलों के टायलेट को साफ सुथरा रखने विशेष अभियान चलाया जाएगा। राज्य में इसके लिए अब टेबलेट से पहले टॉयलेट अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत राज्य के सभी नगरीय क्षेत्रों के प्रत्येक वार्ड और प्रत्येक ग्राम पंचायतों के एक-एक स्कूल में आदर्श शौचालय का निर्माण किया जाएगा। इन शौचालयों में कम लागत में अच्छी गुणवत्ता का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जाएंगे।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज हुई बैठक में आगामी शिक्षा सत्र में टेबलेट के पहले टॉयलेट अभियान को मूर्त रूप देने के निर्देश दिए है। इस अभियान के तहत सभी स्कूलों में आदर्श शौचालयों के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। शौचालयों में रनिंग वाटर, ड्रेनेज व्यवस्था आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही इनकी नियमित साफ-सफाई और रख-रखाव के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। इन शौचालयों का निर्माण विभिन्न विभागों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के समन्वय से किया जाएगा।

बता दें स्कूल शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा कार्यकारिणी समिति और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्यान्ह भोजन) योजना के क्रियान्वयन के लिए गठित राज्य स्तरीय मानिटरिंग सह संचालन समिति की बैठक मंत्रालय महानदी भवन में मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में हुई। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्यान्ह भोजन) योजना के अंतर्गत प्रयुक्त होने वाली खाद्य सामग्री सहित अन्य सामग्रियों की खरीदी गौठानों में संचालित ग्रामीण आजीविका केन्द्र से किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

उन्होंने मध्यान्ह भोजन के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होने वाली सामग्री और बाजार से खरीदी जाने वाली सामग्री की सूची बनाकर इस पर अमल करने कहा है। मध्यान्ह भोजन में लगने वाली सभी सामग्रियों की आपूर्ति ग्रामीण आजीविका केन्द्रों के माध्यम से करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में शिक्षण सत्र 2022-23 के लिए समग्र शिक्षा के तहत 3456.98 करोड़ रुपए की वार्षिक कार्ययोजना और मध्यान्ह भोजन योजना के लिए कुल 696.18 करोड़ रूपए की वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। अनुमोदन के पश्चात यह प्रस्ताव भारत सरकार को स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे।