सीना डेस्क। यूक्रेन संकट के बीच वहां फंसे छात्रों को निकालने केन्द्र सरकार द्वारा लगातार काम किया जा रहा है। इस बीच लगातार बिगड़ रहे माहौल सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में सांसद भेजने का निर्णय लिया जो वहां छात्रों की सकुशल वापसी का प्रबंध करेंगे। इस बीच पीएम मोदी ने एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई है।

केन्द्रीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार के सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू व जनरल वीके सिंह को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने जा रहा है। वे वहां की सरकार से समन्वय स्थापित कर बार्डर पहुंच रहे छात्रों की मदद करेंगे। उन्हें उस देश के रास्ते इंडिया लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि सभी को आज ही रवाना किया जाएगा।

यूक्रेन के कीव व खार्किव में हालात बदतर

यूक्रेन में युद्ध का आज पांचवा दिन है और रूस की सेवा कीव व खार्किव में तबाही मचा रही है। यहां पर अत्याधिक भयावह हालात हैं। इन दो शहरों में ही भारत के 12 से 15 हजार छात्र फंसे हुए हैं। इन दोनों शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है जिससे छात्रों के बाहर निकलने के सभी रास्त् बंद हो गए है। भारतीस दूतावास ने भी इनके लिए एडवायाजरी जारी कर शेल्टर व मेट्रो में रहने की सलाह दी है।

बेलारूस भी यूक्रेन में भेजेगा सैनिक

इधर यूक्रेन में रूस के हमले के समर्थन में बेलारूस भी उतर आया है। जानकारी मिली है कि रूस के समर्थन में बेलारूस भी अपने सैनिकों को यूक्रेन की जंग में उतारने जा रहा है। सोमवार से बेलारूस अपने सैनिकों को यूक्रेन में भेजना शुरू कर देगा। इस बीच संयुक्त राष्ट्र समासभा ने भी विशेष आपात सत्र बुलाया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतिहास में यह 11वां मौका होगा, जब विशेष आपात बैठक बुलाई गई है। यूक्रेन की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक, पिछले चार दिन में रूसी हमलों में 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं।