Cina News Desk। यूक्रेन और रूस के जारी जंग के बाद यूक्रेन की मान्यता को लेकर ही सवालिया निशान खड़ा हो गया है। बताते चलें कि रूसी हमले का यह 11वां दिन है और यूक्रेन में रूसी सेना भारी तबाही मचा रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के खिलाफ लगाए गए पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ ‘युद्ध की घोषणा’ करार दिया है।

इसके साथ ही कहा कि यूक्रेन का एक देश के तौर पर दर्जा खतरे में है। उन्होंने यूक्रेन पर संघर्ष विराम भंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल में आतंकी घटनाओं के चलते सीजफायर तोड़ना पड़ा है। बताया जा रहा है कि अब उस शहर में तेज बमबारी हो रही है। इसके साथ ही कीव के उत्तर में चेरनीहीव के रिहायशी इलाकों में भी बमबारी की गई है।

पुतिन ने कहा कि जेलेंस्‍की जो कर रहे हैं, उससे यूक्रेन का भविष्‍य खतरे में है। उन्‍होंने यदि इसे जारी रखा, तो यूक्रेन का एक देश के तौर पर दर्जा खतरे में होगा और इसके लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे। हम जानते हैं कि हम वहां क्यों हैं। हम यह भी जानते हैं कि हमें अपने देश की रक्षा कैसे करनी है। इसके साथ ही पुतिन ने रूसी अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए जा रहे प्रतिबंधों को लेकर पश्चिमी देशों पर भी निशाना साधा। साथ ही यह भी कहा कि ये प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान हैं।

उधर, यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूस की ओर से किए जा रहे तेज हमलों की वजह से आम लोगों की सुरक्षित निकासी प्रभावित हो रही है। रूसी राष्ट्रपति ने इसका दोष भी यूक्रेन पर ही मढ़ा है। गौरतलब है कि मारीयुपोल और वोल्नोवाख में फंसे आम लोगों को निकालने के लिए शनिवार को रूस की ओर से संघर्ष विराम की घोषणा की गई थी। मगर, बाद में इसे खत्म कर दिया है।