रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर कुलपति प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने नगर माता बिन्नी बाई सोनकर के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म का विमोचन किया।

इस फ़िल्म का निर्माण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विद्यार्थियों द्वारा किया गया है। इस अवसर पर प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने नारी शक्ति का अभिवादन करते हुए सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं।

प्रो. शर्मा ने कहा कि महिलाएं आज अंतरिक्ष से लेकर प्रशासन तक हर दिशा में अपना परचम लहरा रहीं हैं। बिन्नी बाई सोनकर जैसी महान विभूतियों ने स्वयं निरक्षर रहते हुए भी समाज के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर शिक्षा, स्वास्थ्य व समाज कल्याण के रूप में एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत किया है, जो कि हमारे छत्तीसगढ़ के लिए ही नहीं वल्कि समूचे राष्ट्र के लिए प्रेरणादायी है।

प्रो. बल्देव भाई ने आगे कहा कि महिलाओं ने अपने हुनर को पहचान लिया है। सिर्फ नंबर लेना या डिग्री लेना ही शिक्षा नहीं है, समाज के लिए कुछ रचनात्मक व सृजनात्मक कार्य करना भी शिक्षा का प्रमुख अंग है। पत्रकारिता का मूलमंत्र सिर्फ छापना या प्रसारित करना भर नहीं है, समाज में ऐसे ऑइकन को ढूंढना तथा आदर्श रूप में उन्हें प्रस्तुत करना भी पत्रकारिता का प्रमुख दायित्व है।

उन्होंने महिलाओं को शिक्षाज्योति सावित्री बाई फूले के महान जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। प्रो. शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के विद्यार्थियों को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी भोपाल फिल्म फेस्टीवल भारत की आजादी में वैज्ञानिकों का योगदान थीम पर डॉक्यूमेंट्री निर्माण में द्वितीय स्थान हासिल करने पर सराहना की।

आभार व्यक्त करते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभागाध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी मीडिया क्षेत्र में उत्तरोत्तर गति से आगे बढ़ रही है। कार्यक्रम में डॉ. नृपेन्द्र शर्मा, डॉ. आशुतोष मंडावी, डॉ. नीति ताम्रकार, अतिथि प्राध्यापक काजल मिश्रा, अमित चौहान, वर्षा शर्मा, चंद्रेश चौधरी, सुप्रिया कुमारी सहित कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।