भिलाई। बीएनएस सेक्टर-8 में आज दिव्यांग बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता की खास बात यह रही कि इसमें ऐसे बच्चों ने भाग लिया, जिनके दोनों हाथ नहीं थे। इन बच्चों ने पैरों से पेंटिंग कर जज्बा दिखाया। दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को निखारने जीई फाउंडेशन द्वारा इस प्रतियोगिता का अयोजन किया गया। प्रतियोगिता में अलग-अलग जिलों के 9 दिव्यांग स्कूलों के 75 से अधिक बच्चों ने भाग लिया।

रंगों की उड़ान नाम की इस प्रतियोगिता में भिलाई दुर्ग व धमतरी के दिव्यांग स्कूलों ने भाग लिया। इन दिव्यांग बच्चों ने विकलांगता की सारी बाधाओं को पार करते हुए बेहतरीन पेंटिंग बनाई। प्रतियोगिता में कुछ बच्चे ऐसे रहे जो हाथों के बजाय पैरों से पेंटिंग करते दिखे। ऐसी अद्भुत कला ऐसे दिव्यांग बच्चों में ही मिल सकती है। वहीं कुछ बच्चे ऐसे रहे जो बोल और सुन नहीं सकते, लेकिन पेंटिंग में गजब का टैलेंट दिखाया।

पेंटिंग प्रतियोगिता के दौरान एक दिव्यांगकार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी कमिश्नर दुर्ग संभाग मोनिका कावड़ो उपस्थित रहीं| उन्होंने इस प्रतियोगिता में शामिल दिव्यांग बच्चों की कला की सराहना की। उन्होंने दिव्यांग बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे दिव्यांग बच्चों को उनकी कला ही आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। प्रतियोगिता की समाप्त होने के बाद बच्चों को स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।

आकर्षक चित्रकारी से मन मोहा
दिव्यांग बच्चों ने इस दौरान आकर्षण चित्रकारी की। किसी ने फूलों की पेंटिंग बनाई तो किसी ने प्रकृति को चित्रित किया। लगभग तीन घंटे चली इस प्रतियोगिता के दौरान दिव्यांग बच्चों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में बीएसपी के मुख्य महाप्रबंधक तरुण करनार, पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा, भिलाई नायर समाजम स्कूल के महासचिव ईकेएस पिल्ले, वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवान नायक सहित जीई फाउंडेशन के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।