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रायपुर। गंभीर बीमारी से परेशान मरीजों के लिए राहत भरी खबर है, जिन्हें डायलिसिस की जरूरत होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 8 जिला अस्पतालों में नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसका खर्च सरकार उठाएगी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में दुर्ग, कोरबा, बिलासपुर, जशपुर समेत 8 जिला अस्पतालों में नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार का दावा है कि इस सुविधा का पूरा लाभ मरीजों को मिल रहा है। इससे मरीजों और उनके परिवार वालों के समय की बचत के साथ ही धन की भी बचत हो रही है।

जनता को राहत देने के लिए ‘जीवन धारा’ के तहत अच्छी पहल में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साथ दुर्ग, बिलासपुर जिला सहित 8 जिलों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा अलग-अलग अस्पतालों में दी जा रही है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम में जिला अस्पतालों में ‘जीवन धारा’ नाम से निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। राज्य सरकार का दावा है कि मरीजों को इसका पूरा लाभ मिल रहा है।

इस सुविधा से मरीजों के समय के साथ ही उनके पैसे की भी बचत हो रही है। बता दें कि किडनी के रोग से ग्रस्त मरीजों को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराने की जरूरत होती है। डायलिसिस की सुविधा नहीं मिलने पर कई बार मरीजों को जान तक गंवानी पड़ती है।

राज्य सरकार का दावा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में चिकित्सा सुविधा को सस्ती और अच्छी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। राज्य के बीपीएल राशन कार्ड धारकों को पांच लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज मुहैया कराने के लिए डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना चलाई जा रही है। अब राज्य शासन के द्वारा किडनी के मरीजों के लिए निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा भी दी जा रही है।

निजी अस्पतालों में एक बार डायलिसिस करने के एवज में मरीजों से 700 से 1500 रुपये तक वसूले जाते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के आठ जिलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा, महासमुंद और बीजापुर जिले में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा जिला अस्पतालों में उपलब्ध कराई गई है। डायलिसिस के लिए जशपुर, दुर्ग व कांकेर जिले में पांच-पांच, अंबिकापुर व महासमुंद में चार-चार, कोरबा में छह, बीजापुर में तीन एवं बिलासपुर में चार (सिम्स मेडिकल कॉलेज में तीन और बिलासपुर कोविड अस्पताल में एक), इस तरह कुल 36 मशीनें लगाई गई हैं।

राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक जिला अस्पतालों में कुल 23 हजार 129 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं। इनमें से दुर्ग जिले में 4885, कोरबा में 4872, कांकेर में 4230, बिलासपुर में 3504, महासमुंद में 2631, सरगुजा में 1390, बीजापुर में 942 एवं जशपुर में 675 सेशन किए गए हैं।