रायपुर। एक मई को पूरा देश मजदूर दिवस मनाएगा। इससे पहले छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने यहां के पारंपरिक डिश बासी भात की ब्रांडिंग की है। उन्होंने ट्विटर पर बकायदा वीडियो संदेश जारी कर छत्तीसगढ़ के लोगों से बासीभात खाने की अपील की है। उन्होंने अपने संदेश में छत्तीसगढ़ के पारपंरिक डिश बासी भात के गुण भी बताए और युवाओं को अधिक से अधिक इसे फॉलो करने की अपील की।
बता दें बोरे बासी छतीसगढ़ का प्रमुख और प्रचलित व्यंजन है। रात के बचे चावल में पानी डालकर रख दिया जाता है। इसमें दही भी मिलाकर रखा जाता है। इस चावल को सुबह स्वादानुसार नमक मिलाकर खातें हैं। इसे ही बोरे बसी कहा जाता है। इसे आचार, पापड़, प्याज, हरी मिर्च व हरा धनिया, टमाटर की चटनी के साथ खाते हैं। यह खाने में स्वादिस्ट होने के साथ पोषक गुणों से भरपूर होता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संदेश में कहा कि छत्तीसगढ़ की इस पावन भूमि को हमारे किसानों और सभी भाइयों ने अपनी मेहनत के पसीने से उर्वरा बनाया है। लहलहाते खेतों की बात करें, अंधेरी खदानों से खनिज ढूंढ लाने की बात करें या कारखानों में धड़कते लोहे से मजबूत बनाते हाथों की या वनांचल में महुआ व तेंदूपत्ता इकट्ठा करने वाले हाथ देश व प्रदेश को अपने मजबूत कंधों में संभाल रखा है। एक मई को हम हर साल इन्हीं मेहनतकश लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करने के लिए मजदूर दिवस मनाते हैं।
अपने आहार और संस्कृति के गौरव की अनुभूति के लिए 1 मई को मजदूर दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने प्रदेश वासियों और देश -विदेश के कोने -कोने में बसे छत्तीसगढ़ के सभी लोगों से बोरे-बासी खाकर
श्रम को सम्मान देने की अपील की है।#LabourDay2022 #बोरे_बासी#cgmodel https://t.co/seFry2PLWm— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) April 28, 2022
बताया बोरे बासी का महत्व
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संदेश में बोरे बासी का महत्व बताते हुए कहा कि आप सबको पता है कि हर छत्तीसगढ़िया के आहार में बोरे बासी का कितना महत्व है। हमारे श्रमिक भाइयों, किसान भाइयों और हर काम में कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली हमारी बहनों के पसीने की हर बूंद में बासी की महक है। मुख्यमंत्री ने कहा, जब हम कहते हैं कि बटकी में बासी अउ चुटकी में नून तो यह श्रृंगार हमें हमारी संस्कृति से जोड़ता है।
गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी मा
सीएम बघेले ने आगे कहा कि डॉ खूबचंद बघेल कहा करते थे गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी मा। यह बातें डॉ बघेल ने ऐसे ही कही है इसके गुणों के कारण की बासी का महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा, युवा पीढ़ी को हमारे आहार और संस्कृति के गौरव का एहसास कराना बहुत जरूरी है। एक मई को हम सब बोरे बासी के साथ आमा के थान और गोंदली के साथ हर घर में बोरे बासी खाएं।
इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने बोरे बासी की विशेषताएं भी बताई। उन्होंने कहा गर्मी के दिनों में बोरे बासी शरीर को ठंडा रखता है। पाचन शक्ति बढ़ाता है। त्वचा की कोमलता और वजन संतुलित करने में भी यह रामबाण है। बोरे बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने में सहायक होते हैं।