महिला पटवारी लल्ली मेश्राम द्वारा इच्छा मृत्यु के लिए राज्यपाल को लिखा गया पत्र।

सीआईएनए, दंतेवाड़ा। महिला पटवारी ने राज्यपाल को चिट्टी लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। उसने दंतेवाड़ा एसडीएम अभिषेक मिश्रा और तहसीलदार यशोदा पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि तहसीलदार ने पिछले छह महीने में तीन दफा ट्रांसफर किया। बिना ठोस वजह के निलंबित कर वेतन रुकवा दिया। इसकी वजह से आर्थिक संकट भी आ गया है। जबकि, एसडीएम अभिषेक मिश्रा उसकी सुनवाई की जगह तहसीलदार का ही साथ दे रहे हैं।

पटवारी लल्ली मेश्राम ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा कि पिछले आठ वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थ तहसीलदार यशोदा वेवजह उससे बैर रखती है। जब भी उसने तहसीलदार से उसके स्थानांतरण की वजह जाननी चाही तो उसे कोई माकूल जवाब नहीं दिया। अपने पद का रौब झाड़ने के कभी भी पुलिस बल लेकर उसके पहुंच जाती हैं और बिना उनकी मर्जी के शासकीय दस्तावेज उठाकर ले जाती है। उसके पति एसपीजी में सब इंस्पेक्टर हैं और दिल्ली में नौकरी करते हैं। दंतेवाड़ा में वो अपने 8 साल के बेटे के साथ अकेली रहती है।

महिला पटवारी लल्ली मेश्राम द्वारा इच्छा मृत्यु के लिए राज्यपाल को लिखा गया पत्र।

वरिष्ठ अधिकारी की इस तरह की हरकत से मानसिक परेशानी से जूझना पड़ रहा है। साथ ही बार-बार वेतन रोके जाने से आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है। इसके चलते उसने अपने बेटे के साथ एसडीएम कार्यालय के समक्ष इच्छा मृत्यु की अनुमति दिए जाने की मांग की है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दंतेवाड़ा कलेक्टर को लिखे पत्र में पटवारी लल्ली मेश्राम एसएडीएम और तहसीलदार से अपने और परिवार को जान का खतरा भी बताया है। वहीं, मामला संज्ञान में आने पर दंतेवाड़ा कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

महिला पटवारी की शिकायत प्राप्त हुई है। एडिशनल कलेक्टर संजय कन्नौजिया को मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच में जो तथ्य सामने आएगा। उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
-दीपक सोनी, कलेक्टर दंतेवाड़ा

By manas