सीआईएनए डेस्क। RIMPAC-22 ‘Rim of the Pacific exercise’ इसी महीने 27 देश करने जा रहे दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री सैन्य अभ्यास। 27 देश, 38 युद्धपोत, 170 विमान और 25000 सैनिकों के साथ होने वाला ये दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री सैन्य अभ्यास    (largest maritime exercise) होगा। 29 जून से 4 अगस्त तक चलने वाला ये अभ्यास दक्षिण कैलिफोर्निया और हवाई द्वीप समूह के  पास होगा। हालांकि मेजबानी कर रहे अमेरिका ने शामिल होने वाले देशो के नाम का अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है।

1971 में शुरू हुआ RIMPAC

अमेरिक, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने 1971 ने पहली बार अभ्यास शुरू किया जिस का आयोजन वार्षिक किया जाना तय हुआ जो बाद में 1974 को हर दो वर्ष बाद होने लगा। भारत ने RIMPAC में पहली बार 2014 में भाग लिया था। उस अभ्यास में शिवालिक श्रेणी के युद्धपोत आईएनएस सहयाद्री के साथ किया गया। आईएनएस सहयाद्री ने RIMPAC-2018 के अभ्यास में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
साल 2006, 2010 और 2012 के RIMPAC में भारतीय नौसेना एक पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित रही।

2018 में भी शामिल था भारत

2018 में आयोजित RIMPAC-18 में भारत भी शामिल हो चुका है। 2018 RIMPAC के लिए अमेरिका ने चीन को भी निमंत्रण दिया था । लेकिन बाद में अमेरिका ने चीन को बहार कर दिया था। अमेरिका का मानना था कि चीन का व्यवहार दक्षिण चीन सागर में अस्थिरता
पैदा करने वाला है। हालांकि चीन ने अमेरिका के इस कदम कि आलोचना करते हुए इसे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। RIMPAC का पहली बार आयोजन 1971 में किया गया था जिस में अमेरिक, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूज़ीलैंड ने अपनी समुद्री सैन्य शक्तियों के साथ अभ्यास किया था।