रायपुर। छत्तीगसढ़ के चार जिलों में 19 जगहों पर छापेमारी की गई। प्रदेश में स्टॉक में गड़बड़ी की चलते चार विभागों की संयुक्त टीम ने कोयला कारोबार से जुड़ी कंपनियों के ठिकानों पर एक साथ 19 जगहों पर दबिश दी है। बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले की कोलवाशरी और कोल डिपो पर अफसरों का दल एक साथ पहुंचा। वहां कारोबार से जुड़े दस्तावेजों की जांच चल रही है। हालांकि जांच में क्या मिला, अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।

अधिकारियों के अनुसार कोलवाशिरयों और कोल डीपो में कोयले के स्टॉक में गड़बड़ी सहित अन्य शिकायतें मिल रही थी। इनकी जांच के लिए खनिज, राजस्व, राज्य ळैज् और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई। इस टीम में चारों विभागों के 50 अधिकारी शामिल किए गए। इन्हें 10 टीमों में बांटकर बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ एवं जांजगीर-चांपा जिलों में जांच शुरू की गई।

संयुक्त टीम ने बुधवार को बिलासपुर जिले के गतौरा एवं हिंडाडीह स्थित हिन्द एनर्जी, हिन्द मल्टी, क्लीन कोल वाशरियों, गतौरी स्थित सत्या पावर कोलवाशरी, फील वाशरी, जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा स्थित क्लीन कोल इंटरप्राइजेज, हिन्द एनर्जी एण्ड कोल बेनिफिकेशन, रायगढ़ जिले की कोल वाशरियों, कोल डिपो, कोरबा जिले में कोल वाशरी दीपका, गेवरा, चाकाबुर्रा, रैकी, रतीजा, मारुति, इंडस उद्योग एंड प्राइवेट लिमिटेड, कोठरी में दबिश दी।

पर्यावरण नियमों का उल्लंघन भी

मिली जानकारी के अनुसार कोल वॉशरी और कोल डीपो में कोयला स्टॉक में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। इसके अलावा कर चोरी, राजस्व विवाद और पर्यावरण नियमों के उल्लंघन के शिकायतों की जांच भी इस कार्रवाई का हिस्सा है। बताया जा रहा है कि दस्तावेजों और स्टॉक की जांच कुछ दिन तक जारी रहेगी।