नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका से दुनियाभर के शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला है। सोमवार को मुबंई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1148 अंकों की गिरावट के साथ 57,005 पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 328 अंकों की गिरावट के साथ 1,7046 के स्तर पर खुला।

इसके बाद सेंसेक्स में 1530 अंक तक की गिरावट देखने को मिली है। गौरतलब है कि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को करीब 2 फीसदी तक टूटे थे, लेकिन आज डो फ्यूचर में 100 अंकों की मजबूती देखने को मिल रही है। ऐसे में निवेशकों को सावधानी के साथ निवेश करने की जरूरत है। धैर्य रखें और मजबूत कंपनियों में ही निवेश करें।

लाल निशान पर हुआ था बंद

इससे पहले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार खुलते ही गिर गया था और दिनभर की ट्रेडिंग के बाद गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 733 अंक नीचे 58,152 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी 231 अंक टूटकर 17,375 पर बंद हुआ।

रुपए की अस्थिरता, विदेशी निवेशकों और कच्चे तेल की कीमतों का असर

बाजार से जुड़े जानकारों का मानना है कि अभी बाजार में बहुत ज्यादा तेजी देखने को नहीं मिलेगी। दरअसल, वैश्विक रुख, महंगाई के आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निवेशकों की नजर भी रहेगी। साथ ही रुपए की अस्थिरता, विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों का भी सीधा असर बाजार पर पड़ेगा।

दुनियाभर के बाजार अमेरिका में ब्याज दरों में भारी वृद्धि की संभावना के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन साथ ही यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव भी बाजार में गिरावट का प्रमुख कारण माना जा रहा है।