सीना, डेस्क। COVID-19 महामारी के प्रकोप के दो साल बाद, वार्षिक अमरनाथ यात्रा 2022 इस साल फिर से शुरू होने के लिए तैयार है। इस बार बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए श्रद्धालू 30 जून से यात्रा शुरू कर सकेंगे। अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने इसके लिए देश भर में पंजीयन शुरू कर दिया है। पंजीयन के लिए श्रद्धालु अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट व देशभर के चुनिंदा बैंक शाखाओं में जा सकतें हैं।

अमरनाथ श्राइन बोर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक यात्रा 30 जून को शुरू होगी और 11 अगस्त को समाप्त होगी। अमरनाथ यात्रा के लिए ‘यात्री’ पंजीकरण की प्रक्रिया 11 अप्रैल को पंजाब नेशनल बैंक की 316 शाखाओं में शुरू हुई और 30 जून तक चलेगी। पंजीयन के लिए यात्री भारतीय स्टेट बैंक व यश बैंक की शाखाओं में भी जा सकते हैं। इस साल पंजीयन शुल्क में 20 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है।

अमरनाथ यात्रा में 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति भाग नहीं ले सकते हैं। 13 से 75 वर्ष की आयु के बीच के लोग ही पंजीकरण के लिए पात्र होंगे। इन लोगों को पंजीयन के दौरान अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा तय किए गए अस्पतालों से स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा। बताया जा रहा है कि इस बार अमरनाथ यात्रा में हम तीन लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच सकते हैं।

रामबन जिले में बनी शरणस्थली
यात्रियों की सुविधा के लिए जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में शरण स्थली बनाया गया है। यहां पर 3000 यात्रियों के एक साथ रुकने की व्यवस्था की गई है। बोर्ड को इस साल मंदिर में औसतन तीन लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। तीर्थयात्रियों के लिए बीमा कवर इस साल 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया है। अमरनाथ यात्रा को दुनिया की कठिन यात्राओं में से एक माना जाता है।

दो साल से नहीं हुई यात्रा
बता दें COVID-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में अमरनाथ यात्रा नहीं की जा सकी थी। 2019 में 5 अगस्त से कुछ दिन पहले यात्रा को निलंबित कर दिया गया था, जब केंद्र ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को बनाते हुए जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था। वहीं 2020 व 21 में कोविढ महामारी के कारण अमरनाथ यात्रा नहीं हो पाई थी।