रयपुर। राजधानी रायपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव का किया शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनजातीय नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर उनका अलग ही अंदाज देखने को मिला। सीएम बघेल ने इस दौरान आदिवासियों के संघ मंस साझा किया। वाद्ययंत्र बजाते हुए वे आदिवासियों के नृत्य किया। कार्यक्रम के दौरान  कवि एवं पद्मश्री डॉ हलधर नाग को सम्मानित करते हुए उन्हें गले लगाया।

बता दें राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडीटोरियम में महोत्सव का शुभारंभ आज सुबह हुआ। यह आयोजन आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान छत्तीसगढ़ और भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। तीन दिवसीय महोत्सव का समापन 21 अप्रैल को होगा। आज शुभारंभ के मौके पर मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

 

मंच पर बच्चे को उठाकर दुलार करते सीएम बघेल

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद्श्री सम्मानित साहित्यकार, कलाकारों का सम्मान किया। कार्यक्रम के दौरान  कवि एवं पद्मश्री डॉ हलधर नाग को सम्मानित करते हुए उन्हें गले लगाया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बस्तर बैण्ड का प्रदर्शन और जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति भी हुई। कार्यक्रम में विशेष रूप से वाणिज्यिक कर मंत्री कवासी लखमा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया और संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव में विभिन्न आयोजन किए जाएंगे। इस दौरान कला एवं चित्रकला प्रतियोगिता अंतर्गत कैनवास पेंटिंग आयु वर्ग 18-30 और 30 से ऊपर, ड्राइंग सीट पर पेंटिंग आयु वर्ग 12-18 के लिए आयोजित की गई है। हस्त कला प्रदर्शन में बांस कला, छिंद कला, गोदना कला, रजवार कला, शीशल कला, माटी कला और काष्ट कला का प्रदर्शन किया जाएगा। आज शाम 6 बजे से शहीद वीर नारायण सिंह पर नाट्य प्रस्तुति और शाम 7 बजे से जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति होगी।