भिलाई। माइलस्टोन अकेडमी में नन्हें बच्चों के लिए विविध आयोजन किए गए। स्कूल में बच्चों के लिए क्राफ्ट एक्जीबिशन रखा गया जिसमें आकर्षक कलाकृतियां प्रदर्शित की गई। इस दौरान छात्र छात्राओं ने अपने पैरेंटस के साथ क्राफ्ट एग्जीबिशन देखी। इससे पहले स्कूल में Annual Function व पुरस्कार वितरण समारोह भी हुआ।   Annual Function के दौरान बच्चों ने जहां स्वर कोकिला लता मंगेश्कर को याद करते हुए उनके गाए गीतों पर प्रस्तुति दी।

माइलस्टोन अकेडमी (Milestone Academy) में क्राफ्ट एग्जीबिशन में बच्चों की पढ़ाई से संबंधित विभिन्न प्रकार की Craft को स्कूल में प्रदर्शित किया गया। आकर्षक कलाकृतियों को देख बच्चों ने खूब इंजॉय किया। इस दौरान शिक्षिकाओं ने एक एक आर्ट के बारे में बच्चों को बताया। इस दौरान बच्चों ने अपने पैरेंट्स के साथ सभी क्लास रूम में जाकर Craft Exhibition देखा।

माइलस्टोन में Craft Exhibition

अभिभावकों ने स्कूल के एजुकेशन सिस्टम की खुलकर प्रशंसा की। पैरेंट्स ने कहा कि चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हो माइल स्टोन में दोनों तरह की पढ़ाई बेहतर हुई। स्कूल का एजुकेशन सिस्टम एकदत स्ट्रांग है। यहां तरह-तरह की एक्टीविटी के माध्यम से बच्चों को समझाया जाता है। इस दौरान अभिभावकों ने एक सुर में माइलस्टोन अकादमी को भिलाई को best school कहा।

इस दौरान माइलस्टोन की डायरेक्टर डा. ममता शुक्ला ने सभी अभिभावकों का अभनंदन किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद स्कूल में उपस्थित हुए हैं। सभी को एक जगह देखना काफी सुकून भरा है। उन्होंने सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान बच्चों द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई। बच्चों ने स्टेज पर जाकर विभिन्न प्रकार की स्टोरी और कविताएं सुनाईं।

स्वरकोकिला लता मंगेश्कर के गीतों पर थिरके बच्चे

माइलस्टोन अकेडमी में प्ले ग्रुप से लेकर यूकेजी तक के बच्चों के लिए Annual Function का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देकर की गई। माइलस्टोन अकेडमी की डॉयरेक्टर डॉ. ममता शुक्ला व सभी शिक्षिकाओं ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद रंगारंग कार्यक्रमों का दौर शुरू हुआ। सबसे पहले प्ले ग्रुप के बच्चों ने अपने प्रोग्राम की प्रस्तुति दी।

इस ग्रुप में जिसमें PG-I और PG-II के बच्चे शामिल थे, लता मंगेश्कर के गाए गीत  बच्चे मन के सच्चे, चाक धूम धूम और सायोनारा आदि गीतों पर बच्चों ने अपनी  प्रस्तुति दी। LKG के बच्चों ने पंछी बनूं उड़ती फिरू, ये गलियां ये चौबारा,  माय नी माय मुंडेर, होठों पे ऐसी बात, चल मेरे घोड़े टिक-टिक जैसे गीतों पर नृत्य किया। इसी प्रकार

UKG के बच्चों ने इचक दाना बीचक दाना, हवा में उड़ता जाये, वंदे मातरम, सत्यम शिवम, मैंने कहा फूलों से, डफली वाले आदि गीतों पर बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी।