नई दिल्ली। कोरोना के कारण दो साल से बंद पड़ी हज यात्रा इस बार शुरू हो रही है। सऊदी सरकार ने घोषणा की है कि हज यात्रा फिर से शुरू होगी। 2022 की हज यात्रा 31 मई से शुरू होगी। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी हज यात्रा के लिए पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाएंगे। हालांकि, अभी भी दुनिया भर से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। लिहाजा, 2019 में हज के लिए गए दो लाख तीर्थयात्रियों की तुलना में हज यात्रियों की संख्या कम है।

इस साल भारत 79,237 तीर्थयात्रियों को हज करने के लिए भेजेगा, जिसके लिए अभी तक करीब 90,000 आवेदन मिले हैं। भारतीय हज समिति 56,601 तीर्थयात्रियों को भेजेगी जबकि 26,636 तीर्थयात्रियों का प्रबंधन हज समूह आयोजकों (एचजीओ) द्वारा किया जाएगा।

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या 87,194 है। इनमें से 44,121 पुरुष आवेदक और 43,073 महिला आवेदक हैं। केरल ने सबसे अधिक 11,449 आवेदन भेजे हैं, उसके बाद महाराष्ट्र ने 10,125 लोगों का आवेदन भेजा है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से तीसरे सबसे अधिक 9,993 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सऊदी सरकार द्वारा स्वीकृत कोटा लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार महिलाओं को बिना पुरुष साथी या मेहरम के हज करने की अनुमति देने वाली दुनिया की पहली सरकार रही है। इस साल भी हज कमेटी को बिना मेहरम के हज के लिए 2,000 महिला आवेदक मिले हैं। बताते चलें कि 2020 और 2021 में, तीन हजार से अधिक महिलाओं ने “मेहरम” श्रेणी के बिना हज के लिए आवेदन किया।

हालांकि, कोरोना प्रतिबंधों के कारण यात्रा नहीं कर सकीं। “मेहरम” श्रेणी के बिना सभी महिलाओं को लॉटरी प्रणाली से छूट दी जाएगी। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमने सभी इंतजाम कर लिए हैं और यात्रा करने वाले सभी अधिकारियों को प्रक्रियाओं में अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया गया है।