भिलाई। महिलाओं की सामाजिक संस्था स्वयंसिद्धा ने एक और अच्छी पहल की है। संस्था द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं ने रिसाली व भिलाई को 100% कचरा एवं प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया। इस दौरान संस्था की श्रुति तिवारी ने एक नारा दिया “जो देश में कचरा फैलाए, वे कृपया तिरंगा ना फहराए”।  श्रुति तिवारी में जब यह नारा दिया तो हॉल तालियों से गूंज उठा।

इसके बाद कार्यक्रम में महिलाओं ने बच्चों के डायपर से लेकर सैनिटरी पैड्स को भी बायोडिग्रेडेबल बनाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए। जीरो वेस्ट की परिकल्पना को अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल करने का संकल्प लिया, पूजा सामग्री व सूखे फूलों को नदियों तालाबों में ना बहा के घर के बगीचे के एक कोने में उन्हें दबाने का सुझाव बेहद पसंद किया गया ।

स्वयंसिद्धा संस्था बुधवार को द्वारा  ‘स्वच्छता हमारी प्रतिबद्धता’ नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पालिक निगम रिसाली के वार्ड 23 और 24 के पार्षद धर्मेंद्र भगत एवं जहीर अब्बास उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य गीत पर मनोहर नृत्य सुशीला साहू एवं लक्ष्मी साहू ने प्रस्तुत किया। महिलाओं ने क्रिएटिविटी की मिसाल कायम करते हुए समर क्वीन फैशन शो किया गया।

जिसमें गृहिणियां गर्मी के मौसम में अपने आप को खूबसूरत ,प्रेजेंटेबल और एक्टिव कैसे रखें ऐसे शो किया और सभी ने घर, मोहल्ले,सड़क,प्रदेश,देश को स्वच्छ रखने के कई इनोवेटिव तरीके बताये। इस माके पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि जब गृहिणियां अपने घर को बेहद साफ सुथरा रखती हैं तो निश्चित रूप से देश को साफ रखने के विषय में वे कई आईडिया दे सकती हैं।

इस दौरान हुई प्रतियोगिता के निर्णायक फैशन डिजाइनर अनुराधा शुक्ला एवं तोशी ओझा रहे। प्रतियोगिता में सुशीला साहू,लक्ष्मी व रीता वैष्णव छत्तीसगढ़ की मोतिहारीन के रूप में तैयार होकर हाथ में मूंगा,प्याज भाजी इत्यादि सब्जियों का झोला और उपले की टोकरी लेकर जब रैंप पर चली तो तालियों से सभागार गूंज उठा। हर एक गृहणी कैसे फैशन मॉडल बन सकती है यह उस ओर एक कदम था।

बिपाशा हालदार ,ईजा नेलसन पॉल, डॉ पूर्णिमा लाल आदि ने वेस्टर्न कपड़ों में रैंप वॉक किया वहीं देबजानी मजूमदार, माधुरी बिजोरिया, अनीता चक्रवर्ती, ममता विस्वाल, दीपा सिंह,सूर्यकांति पाल, डॉ नीता तिवारी, मंजू मिश्रा,रूपा विश्वास,प्रिया तिवारी, प्रियंका दीवान, वैशाली संतोष, सरला वर्मा, साधना पांडे, ममता यादव, राजकुमारी कनोजे नीलीमा शुक्ला आदि ने भारत के राष्ट्रीय पहनावे साड़ी में प्रशंसा बटोरी।

श्रुति तिवारी जब समर कोट और चेहरे पर दुपट्टा बांध के गॉगल के साथ उतरी तो कामकाजी महिला के रूप में उनकी छवि ने सब को मोह लिया। स्वयंसिद्धा की संस्थापक एवं निर्देशक डॉ सोनाली चक्रवर्ती ने कहा कि आज पहले रिसाली फिर भिलाई फिर पूरे देश को प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में हम कदम बढ़ा रहे हैं।

इस मौके पर महिलाओं को बड़े शॉपिंग बैग उपहार स्वरूप दिए गए एवं सबको स्वच्छता हमारी प्रतिबद्धता का संकल्प लेने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्रतयोगिता में मधुरिमा रे प्रथम, श्रुति तिवारी द्वितीय व बिपाशा हालदार तृतीय स्थान पर रहीं।  विशेष पुरस्कार संजीत कौर, रीता वैष्णव व माधुरी बिजोरिया को दिया गया।  कार्यक्रम में कविता प्रतियोगिता के विजेताओं श्रुति तिवारी एवं सुमन रतन जी को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन देबजानी मजूमदार व दीपा सिंह ने किया।