रायपुर। राजधानी के एक स्कूल में सोमवार को एक अलग ही किस्सा हो गया। दरअसल स्कूल का स्टाफ गेट पर ताला जड़कर चला गया और प्राथमिक शाला के हेड मास्टर स्कूल के अंदर ही रह गए। जब हेडमास्टर घर जाने के लिए अपने कार्यालय से बाहर निकले तो देखा गेट पर तो ताला लगा है। इसके बाद उन्होंने सीधे ब्लॉ एजुकेशन ऑफिसर (BEO) को फोन कर शिकायत दर्ज करा दी।

यह पूरा मामला रायपुर के गोगांव स्थत सरोरा स्कूल का है। यहां प्राथमिक, माध्यमिक व हाईस्कूल एक ही परिसर में लगता है। प्राथमिक स्कूल के हेड मास्टर मनहरण सिंह बटोटे अपने कार्यालय में रहे। इधर स्कूल स्टाफ ने गेट पर ताला जड़ दिया। हेडमास्टर घर जाने निकले तो गेट पर ताला लगा देख काफी गुस्सा हुए। उन्होंन इधर उधर आवाज लगाई लेकिन किसी ने नहीं सुना।

BEO को लगाया फोन तो पहुंचा जांच दल
अपने आप को स्कूल में कैद पाकर हेडमास्टर मनहरण बटोटे ने BEO कार्यालय में जानकारी दी। इसके बाद जांच दल पहुंचा और गेट का ताला खुलवाया। हेडमास्टर ने बाहर निकलने के बाद सीधे हाई स्कूल की प्राचार्य कविता झा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत की जिसमें प्राचार्य कविता झा पर जानबूझकर उन्हें स्कूल में बंद करने का आरोप लगाया।

 

जिला शिक्षाअघिकारी को दी लिखित शिकायत

11:30 बजे ही बंद कर दिया गेट
हेडमास्टर मनहरण बटोटे का आरोप है कि स्कूल प्राथमिक कक्षाएं 7:30 से 11:30 बजे तक व हाईस्कूल की कक्षाएं 11:30 से 4:30 बजे तक लगती हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने दफ्तर में अंकसूची का काम कर रहे थे। इस दौरान हाईस्कूल लगा हुआ था। करीब 12:45 बजे तक वे घर जाने निकले तो स्कूल का मेन गेट बंद था। उन्होंने कहा कि हाईस्कूल का समय 4:30 बजे तक का है तो इतनी जल्दी कैसे गेट लगा दिया गया। हेडमास्टर ने स्कूल में अनुसाशन व टाइमिंग की अनदेखी का आरोप लगाया।

इधर हेडमास्टर के आरोपो पर प्राचार्य कविता झा ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अभी परीक्षाओं का वक्त है और 10:30 बजे परीक्षाएं खत्म हो जाती है। उन्होंने कहा कि 12:30 बजे गेट बंद किया गया। स्टाफ लगा होगा कि स्कूल में कोई नहीं है। इसके अलावा और कोई बात नहीं है।