रियाद। सऊदी अरब 500 अरब डॉलर की लागत से दुनिया की सबसे बड़ी और ऊंची इमारत बनाने की योजना पर काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि है कि एनईओएम सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के दिमाग की उपज है।

इसका लक्ष्य लगभग 500 मीटर ऊंची जुड़वां गगनचुंबी इमारतों का निर्माण करना है, जो दर्जनों किलोमीटर तक फैले हुए हैं। रिपोर्टों से पता चलता है कि इन गगनचुंबी इमारतों में आवासीय घरों के साथ-साथ रिटेल बिजनेस और कार्यालय की जगह भी होगी।

NEOM के वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों ने बताया है कि डिजाइनरों को आधे मील लंबे प्रोटोटाइप पर काम करने का निर्देश दिया गया था। यदि यह पूरी तरह से आगे बढ़ता है, तो दोनों इमारतें दुनिया की वर्तमान में सबसे ऊंची इमारतों से भी ऊंची होगी।

यह विदेशी निवेश को आकर्षित करने और सऊदी अर्थव्यवस्था को तेल की बिक्री की निर्भरता से दूर करने में मदद करने की उनकी योजनाओं का हिस्सा है।

NEOM के सीईओ नादमी अल-नस्र ने एक साक्षात्कार में योजना की बारीकियों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह परियोजना एक आउट-ऑफ-द-बॉक्स आईडिया है। जब हम इसे तैयार करेंगे और पेश करेंगे, तो इसे एक क्रांतिकारी कदम के तौर पर देखा जाएगा।

बताते चलें कि तेल की ऊंची कीमतों से सऊदी अरब को लगातार हो रहे आर्थिक नुकसान के चलते सरकार बड़ी उम्मीद के साथ NEOM की दिशा में काम कर रही है। इसके अलावा ऊर्जा का यह स्रोत कभी न कभी तो खत्म हो ही जाएगा।

नहीं भी होता है, तो भी दुनिया ग्रीन एनर्जी के कॉन्सेप्ट पर आगे बढ़ते हुए बैट्री वाली कारों यानी इलेक्ट्रिक वाहनों की दिशा में आगे बढ़ रही है। लिहाजा, सऊदी को भी कमाई के दूसरे रास्तों पर विचार करना पड़ रहा है।