सीआईएनए, भिलाई। माइलस्टोन अकेडमी में Mud Day का आयोजन किया गया। जिसमे बच्चों को मिट्‌टी का महत्व, बारिश के दिनों में पहले किस तरह बच्चे मिट्‌टी में खेलते थे। और मिट्‌टी से कैसे आकर्षक वस्तुएं बनाते थे इसकी जानकारी दी गई। यही नहीं बच्चों के सामने ढ़ेर सारी मिट्टी रख दी गई और बच्चों को मिट्‌टी के साथ खेलने के लिए कहा गया। बच्चो ने भी मिट्‌टी से तरह-तरह की आकृति बनाते हुए खूब मस्ती की।

माइलस्टोन अकेड़मी के आयोजित Mud Day में कक्षा 1 व 2 के बच्चों को आकर्षक खेल खिलाए गए। माइलस्टोन अकेडमी की डायरेक्टर डॉ ममता शुक्ला के निर्देश बच्चों के लिए यह स्पेशल आयोजन किया गया। Mud Day की खास बात यह रही कि इस दौरान बच्चों को न सिर्फ मिट्‌टी के महत्व से परिचित कराया गया बल्की मिट्‌टी की आकर्षक कलाकृतियां बनाना भी सिखाया गया।

 

मिट्‌टी के खिलौने बनाना सीखा
मड-डे (Mud Day) के मौके पर स्कूल की तरफ से बच्चों को खलेने के लिए गीली मिट्‌टी दी गई। बच्चों ने मिट्‌टी से अनेक आकृतिया बनाई । किसी ने बर्तन तो किसी ने गाड़ी तो किसी ने खिलोने बनाए। यही नहीं चार्ट पेपर पर पंजों के निशान भी लगवाए गए जो की क्लास रूम में लगाए गए। मुद डे को लेकर सभी बच्चे काफी उत्साहित दिखे। बच्चो ने एक दूसरे को मिट्‌टी लगाई और जमकर मस्ती भी की।

पुराने दिनों की याद हुई ताजा
स्कूल की डायरेक्टर डॉ ममता शुक्ला ने इस आयोजन के संबंध में बताया कि हमारे देश की मिट्‌टी में बड़ी ताकत होती है। जब इलेक्ट्रानिक खिलौने नहीं थे तो बच्चे इसी मिट्‌टी के खिलौने बनाकर खेलते थे। बारिश के दिनों में बारिश के पानी व कीचड़ में खेल का मजा ही कुछ और होता था। स्कूल में इस आयोजन के जरिए पुराने दिनो की यादें ताजा हो गई। डॉ शुक्ला ने बताया कि पुराने दिनों को याद करने के लिए माइल स्टोन परिवार को यह आयोजन सराहनीय है इसके लिए पूरे स्टाफ को बधाई व शुभकामनाएं है।