BHILAI. माइलस्टोन अकादमी में बच्चों को प्रतियोगिताओं के माध्यम से खेल, कला और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा तो सिखाया ही जाता है, साथ ही समय—समय पर आउटडोर गतिविधियों से देश—दुनिया की समझ विकसित करने का काम भी यहां होता है। इसी कड़ी में इस बार नाइट कैंप का आयोजन किया गया। इसमें जहां बच्चों ने टेक्सटाइल में जाकर कामकाज का तरीका जाना तो वहीं वृद्धाश्रम में पहुंचकर अपनों से दूर हुए बुजुर्गों के दर्द को महसूस किया। रोमन पार्क, मॉल और सिविक सेंटर के विभिन्न शॉप और एक्टिविटी सेंटर में भी गए।

आपको बता दें कि माइलस्टोन अकादमी में नाइट कैंप का ये आयोजन शनिवार को हुआ। दरअसल, शैक्षणिक भ्रमण के साथ-साथ यह नाइट कैंप हुआ। इस कार्यक्रम की सारी जानकारी पहले से ही सभी विद्यार्थियों को दे दी गई थी। जैसे ही बच्चों ने स्कूल में कदम रखा, सभी बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया। फिर सभी विद्यार्थियों को समूहों के आधार पर विभाजित किया गया। उसी के अनुरूप उन्हें वृद्ध आश्रम, जगदंबा टेक्सटाइल, रोमन पार्क, मॉल और सिविक सेंटर का भ्रमण करवाया गया। शाम को जब उन्होंने सीनियर विंग में कदम रखा तो उनका स्वागत ढोल नगाड़े के साथ किया गया।

बच्चे आस्था में हुए लीन
इस मौके पर जहां सभी ने जूनियर विंग माइलस्टोन की शिक्षिकाओं द्वारा प्रस्तुत रामायण का आनंद उठाया तो वहीं बच्चे भी आस्था में लीन हो गए। इसके साथ ही फन फेयर का मजा लेते हुए डीजे मैं सभी ने खूब नृत्य किया। सुबह सवेरे जल्दी उठकर सभी ने योगाभ्यास किया। इसके बाद फिर वे अपने—अपने घरों की ओर रवाना हो गए।

नाइट कैंप में ये सीखा
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान डायरेक्टर मैडम के मार्गदर्शन में पूरे माइलस्टोन परिवार ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। विद्यार्थियों को बहुत सारी चीजों को सीखने का मौका मिला, उन्हें बहुत सारी नई जानकारियां प्राप्त हुई। बुजुर्गों का ध्यान किस प्रकार रखना है, अपने समय को किस प्रकार उपयोग में लाना है, पैसे को किस प्रकार खर्च किया जाए? अपने साथी के साथ किस प्रकार रहा जाए ? आदि अच्छी बातों के साथ पूरे माइलस्टोन परिवार ने बच्चों को सुबह विदाई दी। इस कार्यक्रम की सफलता के साथ समाप्ति पर शाला की डायरेक्टर डॉ. श्रीमती ममता शुक्ला व एकेडमी श्रीमती शुभम शुक्ला ने सभी विद्यार्थियों को व पूरे माइलस्टोन परिवार को शुभकामनाएं दी।