भिलाई। ठगों ने ऑनलाइन फ्रॉड का नया तरीका निकाल लिया है। सिम वेरिफिकेशन, वेलिडिटी खत्म होने के नाम पर लोगों को आसानी से उल्लु बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नंदिनी थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां की महिला डॉक्टर को ठगों ने सिम की वेलिडिटी खत्म होने का झांसा दिया और ठकी का शिकार बना लिया। मामले में शिकायत के बाद पुलिस अज्ञात ठग की तलाश में जुट गई है।

मिली जानकारी के अनुसार नंदिनी निवासी महिला डॉक्टर तनुजा लील्हारे को बीएसएनएल कस्टमरकेयर कमी बनकर कॉल किया गया। कॉलर ने सिम की वेलिडिटी खत्म होने की बात कही और एक रुपए का रिचार्ज करने कहा। महिला झांसे में आ गई और एक रुपए का रिचार्ज किया। इस दौरान कॉलर एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया और पूरा प्रोसेस देख लिया। इसके बाद मोबाइल को कंट्रोल में लेकर एक लाख रुपए उसके खाते से पारर कर दिए।

कॉलर ने दिया कैश बैक का झांसा
कॉलर ने महिला को एनी डेस्क ऐप डाउनलोड कराने के लिए कैशबेक का झांसा दिया। उसने कहा कि यह ऐप डाउनलोड करने पर 80 पैसे वापस हो जाएंगे। इसके बाद महिला ने ऐप डाउनलोड किया और कोड कॉलर के साथ शेयर कर लिया। थोड़ी देर बाद महिला के मोबाइल में मैसेज आया कि उसके बैंक अकाउंट से 99 हजार 999 रुपए कट गए हैं। तब महिला को पता चला कि वह ठगी की शिकार हो गई है।

बता दें एनी डेस्क ऐप एक रिमोटकंट्रोल एप है जिसके जरिए कोई भी कहीं भी बैठकर एक कोड के जरिए आपका कंप्यूटर व मोबाइल एसेस कर सकता है। नंदिनी थाना प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि महिला डॉ तनुजा लील्हारे ने शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। कॉलर ने बड़ी चालाकी से महिला को ठगी का शिकार बनाया है। साइबर सेल की मदद से ठग को ट्रेस किया जा रहा है।