सीआईएनए, डेस्क। पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने अभी लोगों की वैसे ही परेशान कर रखा है उस पर तेल कंपनियों ने फिर से इनकी कीमतों में बढ़ोत्तरी करने का मन बना लिया है। महंगाई दर रिकार्ड स्तर पर पहुंचने के बाद अब पेट्रोल-डीजल पर भी लोगों को झटका मिलने वाला है। बहुत जल्द फिर से डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इस बार इस बार पेट्रोल से ज्यादा डीजल के दाम में बढ़ोतरी होगी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पेट्रोल-डीजल पर पहले की तरह ही थोड़ा थोड़ा करते रोज बढ़ाया जाएगा। इस बार यह बढ़ोत्तरी पेट्रोल पर 3 से 4 रुपए व डीजल पर 4 से 5 रुपए तक होगी। तेल कंपनियों को डीजल पर पेट्रोल से ज्यादा घाटा हो रहा है इसे देखते हुए इस बार डीजल के रेट ज्यादा बढ़ेंगे। इस पर अंतिम निर्णय जल्द होगा। दावा किया जा रहा है कि सरकारी तेल कंपनियों को डीजल प्रति लीटर 25-30 रुपए और पेट्रोल पर 9-10 रुपए का नुकसान हो रहा है।

40 दिनों से नहीं बढ़े हैं डीजल-पेट्रोल के दाम
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के चलते नवंबर के बाद डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ाए नहीं जा रहे थे। पांचों राज्यों का चुनाव संपन्न हो जाने के कुछ ही दिनों बाद फिर से पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ाए जाने लगे।  22 मार्च से 06 अप्रैल के दौरान डीजल और पेट्रोल के दाम 14 बार बढ़ाए गए। इस दौरान पेट्रोल व डीजल पर 10 रुपए से ज्यादा बढ़ोत्तरी की गई।  इसके बाद पिछले 40 दिन से इनके दाम नहीं बढ़ाए गए हैं।

भारत सबसे बढ़ा आयातक देश
बता दें भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी कच्चा तेल अन्य देशों से खरीदता है। इनमें से ज्यादातर कच्चा तेल पश्चिम एशियाई देशों और अमेरिका से आता है। भारत कच्चा तेल का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में भारत को कच्चा तेल खरीदने पर 119.2 बिलियन डॉलर खर्च करने पड़े थे। इससे पहले 2020-21 में भारत को कच्चा तेल खरीदने 62.2 बिलियन डॉलर खर्च करना पड़ा था।